4 अक्टूबर को RBI फिर कर सकता है ब्याज दरों में 0.25% की कटौती

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 30, 2019

नयी दिल्ली। देश में आर्थिक गतिविधियों और मुद्रास्फीति में नरम रुख रहने के बीच भारतीय रिजर्व बैंक चार अक्टूबर को अपनी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत ब्याज दर को और घटा सकता है। वित्तीय सेवा कंपनी गोल्डमैन साक्स ने सोमवार को जारी अपनी एक रपट में यह अनुमान जताया है। रपट में कहा गया है कि रिजर्व बैंक अक्टूबर और दिसंबर दोनों समय अपनी समीक्षा में 0.25-0.25 प्रतिशत की कटौती कर सकता है।

इसे भी पढ़ें: पीएमसी बैंक का संकट आंख खोलने वाला, RBI खामियों की जांच कर रहा है: अनुराग ठाकुर

 

गोल्डमैन साक्स ने अपनी एक रपट में कहा कि आर्थिक गतिविधियों में सुस्ती रहने, मुद्रास्फीति और वैश्विक आर्थिक वृद्धिमें कमजोर रहने के बीच दुनियाभर के केंद्रीय बैंक नरम रुख अपना रहे हैं। हमें उम्मीद है कि चार अक्टूबर को रिजर्व बैंक अपनी मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत ब्याज दर घटा सकता है। इसके बाद उसके दिसंबर में भी ब्याज दर घटाने का अनुमान है। वर्ष 2019 में केंद्रीय बैंक ने अपनी चारों मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत ब्याज दर को घटाया है। बैंक की आगामी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा चार अक्टूबर को पेश की जानी है।

इसे भी पढ़ें: सरकार RBI से ले सकती है 30 हजार करोड़ का अंतरिम लाभांश

रपट के अनुसार दिसंबर तक ब्याज दरों में 0.5 प्रतिशत की और कटौती करने के बाद बैंक इस पर विराम लगा सकता है, क्योंकि तब भी मुख्य खुदरा मुद्रास्फीति के चार प्रतिशत के दायरे में बने रहने की संभावना है। गोल्डमैन साक्स के अनुसार रिजर्व बैंक अपना आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 6.9 प्रतिशत से घटाकर 6 से 6.5 प्रतिशत के दायरे में रख सकता है। देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में लगातार पांचवी तिमाही तक गिरकर पांच प्रतिशत पर आ गयी थी। यह पिछले छह साल से अधिक का निम्नतम स्तर है।

 

प्रमुख खबरें

Vishwakhabram: Modi Putin ने मिलकर बनाई नई रणनीति, पूरी दुनिया पर पड़ेगा बड़ा प्रभाव, Trump समेत कई नेताओं की उड़ी नींद

Home Loan, Car Loan, Personal Loan, Business Loan होंगे सस्ते, RBI ने देशवासियों को दी बड़ी सौगात

सोनिया गांधी पर मतदाता सूची मामले में नई याचिका, 9 दिसंबर को सुनवाई

कब से सामान्य होगी इंडिगो की उड़ानें? CEO का आया बयान, कल भी हो सकती है परेशानी