By प्रिया मिश्रा | Sep 01, 2021
हिंदू धर्म में गुरुवार का दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ श्रीराम जी को भी समर्पित है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन श्री राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, श्रीराम रक्षा स्त्रोत में भगवान श्रीराम की महिमा का गुणगान किया गया है। माना जाता है कि श्रीराम रक्षा स्त्रोत का पाठ करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं। इस स्तोत्र का नियमित पाठ करने से जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है और सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं। आज के इस लेख में हम आपको राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करने के फायदे बताएंगे -
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव ने बुधकौशिक ऋषि को सपने में दर्शन देकर उन्हें यह स्तोत्र सुनाया था। इसके बाद बुधकौशिक ऋषि ने सुबह उठकर इसे लिख लिया था। माना जाता है कि राम रक्षा स्तोत्र का नियमित पाठ करने से श्रीराम जी हर प्रकार से रक्षा करते हैं।
इस स्तोत्र का नित्य पाठ करने से मनुष्य को हर तरह के भय और संकट से मुक्ति मिलती है।
श्री राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करने से घर की सुख-समृद्धि बढ़ती है।
प्रतिदिन राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति को दीर्घायु और विजय प्राप्त होती है।
कहते हैं कि इसका नित्य पाठ से हनुमानजी प्रसन्न होते हैं और राम भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
राम रक्षा स्तोत्रम् का नियमित पाठ करने से कई तरह की विपत्तियों से बचाव होता है।
इसका नियमित पाठ करने से मंगल ग्रह का कुप्रभाव भी समाप्त हो जाता है।
प्रतिदिन राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति के मन में सकारात्मक भाव का संचार होता है और उसके चारों तरफ रक्षा कवच बन जाता है।
राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करने से नज़र दोष से बचाव होता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार एक कागज पर लाल स्याही से राम रक्षा स्तोत्र लिखकर ताबीज बनाकर पहनने से नज़र दोष दूर होता है।
- प्रिया मिश्रा