By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 29, 2016
पर्यावरण मंत्रालय की विशेषज्ञ मूल्यांकन समिति ने रिलायंस इंडस्ट्रीज को जामनगर में उसकी समुद्री जेटी (घाट) परियोजना के विस्तार की अनुमति दिए जाने की सिफारिश की है। केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ईएसी ने हाल ही में आनी एक बैठक में रिलायंस के प्रस्ताव की समीक्षा की थी। उसने कहा, ‘ईएसी ने वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को गुजरात के जामनगर में आरआईएल (रिलायंस इंडस्ट्रीज) के घाट के विस्तार की कंपनी की परियोजना को पर्यावरणीय एवं समुद्र तटीय क्षेत्र (सीआरजेड) संबंधी नियमों के तहत मंजूरी दिए जाने की सिफारिश की है।’’
अधिकारी ने कहा कि समिति ने मंत्रालय से कहा है कि वह कंपनी को इसकी मंजूरी देते समय उस पर पर्यावरण संबंधी शर्तें लगाने के साथ ही विशेष शर्तें भी लगाए। आरआईएल वहां जहाजों पर माल चढाने उतारने के लिए बनाए गए घाट को 750 करोड़ रुपए खर्च कर उसे और विस्तार देना चाहती है ताकि वहां से रसायनों और पेट्रोरसायनों की ढुलाई की सुविधा बढ़ायी जा सके। वह मंजूरी के दो साल के अंदर यह परियोजना पूरी करेगी। आरआईएल का एकीकृत तेल शोधन एवं पेट्रोरसायन कारखाना जामनगर जिले में है। इसका माल चढ़ाने उतारने के लिए कंपनी ने समीप में कच्छ की खाड़ी में पोतों के लिए एक अड्डा बना रखा है। वह इसका विस्तार करना चाहती है। विस्तार में एक और बर्थ बनाया जाना है जिसकी क्षमता 80 लाख टन वार्षिक होगी।