By अंकित सिंह | Dec 01, 2025
कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी सोमवार को एक कुत्ते को संसद परिसर में ले आईं, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि वह आवारा है। उन्होंने अन्य सांसदों की आपत्तियों को खारिज करते हुए दावा किया कि असली कुत्ते संसद में बैठे हैं और रोज़ लोगों को काट रहे हैं। चौधरी ने बताया कि उन्होंने सुबह संसद जाते समय इस पिल्ले को बचाया था। उन्होंने एक स्कूटर-कार की टक्कर देखी और देखा कि पिल्ला सड़क के पास घूम रहा था। कुत्ते को चोट न लगे, यह सुनिश्चित करने के लिए वह उसे अपनी कार में साथ ले आईं। कुत्ता गाड़ी के अंदर ही रहा और कांग्रेस सांसद को कार से उतारने के कुछ देर बाद ही चला गया।
चौधरी ने एएनआई को बताया क्या कोई कानून है? मैं जा रही थी। एक स्कूटर और कार की टक्कर हो गई। यह छोटा पिल्ला सड़क पर घूम रहा था। मुझे लगा कि यह पहिए से टकरा जाएगा। इसलिए मैंने उसे उठाया, कार में रखा, संसद आई और वापस भेज दिया। कार चली गई, और कुत्ता भी। तो इस चर्चा का क्या मतलब है? राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के किसी भी सांसद का नाम लिए बिना, चौधरी ने सत्तारूढ़ दल पर तंज कसते हुए कहा कि "असली कुत्ते संसद में बैठे हैं," और वैसे भी इस पर कोई चर्चा नहीं होती।
उन्होंने कहा कि असली काटने वाले संसद में बैठे हैं। वे सरकार चलाते हैं। हम एक मूक जानवर की देखभाल करते हैं, और यह एक बड़ा मुद्दा और चर्चा का विषय बन गया है। क्या सरकार के पास और कोई काम नहीं है? मैंने कुत्ते को घर भेज दिया और कहा कि इसे घर पर ही रखें... हम उन लोगों के बारे में बात नहीं करते जो संसद में बैठकर हमें रोज़ काटते हैं। इस बीच, संसद के शीतकालीन सत्र में, खासकर लोकसभा में, विपक्षी सांसदों ने देश भर में विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) पर चर्चा की मांग को लेकर बार-बार नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया। विपक्ष ने सदन में "वोट चोर, गद्दी छोड़" के नारे लगाए, वहीं अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठी सांसद संध्या राय ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इस बीच, सितंबर में कार्यभार संभालने वाले नए राज्यसभा सभापति और उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन के अभिनंदन प्रस्ताव पर चर्चा के बाद राज्यसभा की कार्यवाही भी दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इस चर्चा में कई राज्यसभा सांसदों ने, पार्टी लाइन से हटकर, उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन का सदन में स्वागत किया।