मल्टीविटामिन नहीं, इन फूड्स के जरिए शरीर को दें पर्याप्त पोषण

By मिताली जैन | Dec 28, 2020

आज की जीवनशैली कुछ ऐसी हो गई है कि लोग अपने शरीर की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए भी गोलियों पर निर्भर होते जा रहे हैं। शरीर की कार्यप्रणाली को सुचारू रूप से चलाने के लिए कई तरह के विटामिन्स की जरूरत होती है और इसलिए अक्सर लोग मल्टीविटामिन का सेवन करते हैं। इससे भले ही आपके शरीर को विभिन्न विटामिन मिलते हों, लेकिन अगर आप उसे भोजन के जरिए प्राप्त करते हैं तो इससे बेहतर और कुछ नहीं हो सकता। तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें डाइट में शामिल करने के बाद आपको मल्टीविटामिन लेने की जरूरत महसूस नहीं होगी−

इसे भी पढ़ें: आर्थराइटिस होने पर नजर आते हैं यह लक्षण, पहचानिए कुछ इस तरह

बादाम

न्यूट्रिशनिस्ट कहते हैं कि मल्टीविटामिन की जगह आपको बादाम को अपनी डाइट का हिस्सा बनाना चाहिए। एक नए अध्ययन में पाया गया कि वयस्कों और बच्चों के दैनिक आहार में 1.5 औंस बादाम को शामिल करने से आवश्यक फैटी एसिड, विटामिन ई और मैग्नीशियम का स्तर दैनिक अनुशंसित स्तरों तक बढ़ गया। इसके अलावा, अखरोट खाना भी आपकी सेहत के लिए बेहद ही लाभकारी है।


केल 

केल एक तरह की गोभी है, लेकिन इसमें सबसे अधिक पोषक तत्व पाए जाते हैं। खासतौर से इसमें विटामिन के 1 की उच्च मात्रा में पाई जाती है। विटामिन के 1 ब्लड क्लॉटिंग के लिए जरूरी है और बोन हेल्थ पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है। इसके अलावा, केल में फाइबर, मैंगनीज, विटामिन बी 6, पोटेशियम और आयरन उच्च मात्रा में पाया जाता है।


पीली शिमला मिर्च

न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार, पीली शिमला मिर्च भी स्वास्थ्य के लिए वरदान समान है। पीली शिमला मिर्च में विटामिन सी उच्च मात्रा में पाया जाता है। विटामिन सी एक आवश्यक विटामिन है। यह भी पानी में घुलनशील है, जिसका अर्थ है कि आपका शरीर अतिरिक्त मात्रा में स्टोर नहीं करता है। इसलिए, नियमित रूप से विटामिन सी का सेवन बहुत महत्वपूर्ण है। यह आपके शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करके कई पुरानी बीमारियों के इलाज को स्पीडअप करता है। पीला शिमलामिर्च, संतरे में पाए जाने वाले विटामिन सी की मात्रा का 3−4 गुना है।

इसे भी पढ़ें: मोरक्को आर्गन ऑयल का इस्तेमाल करने से मिलते हैं यह जबरदस्त फायदे

मसूर की दाल

वैसे तो डाइट में कई तरह की दालों को शामिल किया जाना जरूरी है। लेकिन मसूर की दाल में आयरन की उच्च मात्रा में पाई जाती है। आयरन हीमोग्लोबिन के उत्पादन के लिए आवश्यक खनिज है। शरीर में इसकी कमी होने पर आप थकान, कमजोरी, सांस की तकलीफ और अन्य कई स्वास्थ्य समस्याओं का अनुभव कर सकते हैं।


मिताली जैन

प्रमुख खबरें

Allahabad उच्च न्यायालय ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह को दी जमानत

Odisha में भीषण गर्मी का प्रकोप, Bhubaneswar में तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस पहुंचा

Congress ने आचार संहिता के उल्लंघन पर Anurag Thakur के खिलाफ निर्वाचन आयोग से की शिकायत

हम जीवित हैं क्योंकि Modi ने हमारे लिए कोविड-19 के टीके की उपलब्धता सुनिश्चित की : Fadnavis