प्रधानमंत्री से मजदूरों, कामगारों और जन-धन खातों के लिए राहत पैकेज देने का अनुरोध

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 30, 2020

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया है कि इस लॉकडाउन के दौरान मदद के लिए वे मनरेगा मजदूरों, असंगठित कामगारों, जन-धन खातों और संगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए राहत पैकेज दें। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि मुख्यमंत्री बघेल ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कोराना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा की गई सकारात्मक पहल की सराहना की तथा छत्तीसगढ़ में वायरस से संक्रमित लोगों की स्थिति और लॉकडाउन के दौरान की गई व्यवस्थाओं की जानकारी दी है। अधिकारियों ने बताया, ‘‘मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से मनरेगा मजदूरों, असंगठित कामगारों, जन-धन खातों और संगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए राहत पैकेज देने का अनुरोध किया है ताकि विपदा की घड़ी में उन्हें आर्थिक सहायता मिल सके।’’ 

इसे भी पढ़ें: कोरोना वायरस : उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रभावित जिला गौतमबुध नगर पहंचे मुख्यमंत्री योगी 

बघेल ने लिखा है, ‘‘कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए छत्तीसगढ़ में 21 मार्च से ‘लॉकडाउन की घोषणा की गई है। जिससे राज्य में वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या सीमित रखने में सहायता मिली है। राज्य में अभी तक सात लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है, उनकी दशा सामान्य है। सौभाग्य से राज्य में अभी तक इस वायरस ने किसी की जान नहीं ली है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एम्स रायपुर का अमला तथा राज्य शासन के सभी अधिकारी आपदा के इस समय में आम जनता को सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पूरी मुस्तैदी के साथ मोर्चा संभाले हुए हैं। लेकिन लॉकडाउन से धीरे-धीरे राज्य की जनसंख्या के बड़े भाग को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।’’ 

इसे भी पढ़ें: तेल के गिरते दामों का सरकार को नहीं मिल पा रहा फायदा, क्रूड ऑयल के शिप वापस भेजने को मजबूर 

मुख्यमंत्री ने कहा है, ‘‘26 मार्च को केन्द्रीय वित्तमंत्री द्वारा आमजन को सहायता पहुंचाने के लिए की गयी घोषणाएं सराहनीय हैं। इससे समाज के बड़े तबके को राहत मिली है। केन्द्र सरकार द्वारा की गयी सकारात्मक पहल को निरंतर जारी रखने की आवश्यकता है, क्योंकि अभी भी समाज के एक बड़े तबके को उन घोषणाओं का लाभ प्राप्त नहीं हुआ है। विशेष तौर पर मनरेगा योजना के तहत आने वाले भूमिहीन मजदूर तथा असंगठित क्षेत्र के कामगार, वर्तमान परिस्थितियों में इनका जीवन-यापन दूभर होना तय है।’’ बघेल ने सुझाव दिया है, ‘‘मनरेगा और असंगठित क्षेत्र के कामगारों के खातों में अगले तीन महीने तक एक-एक हजार रुपये डाले जाएं। सभी जन-धन खाता धारकों को तीन महीने तक 750 रुपए प्रतिमाह की राशि दी जाए। इसमें महिला, पुरूष, जीरो बैलेन्स अथवा अप्रचलित खाते सभी शामिल हों।’’ मुख्यमंत्री ने केन्द्र सरकार से अनुरोध किया है कि 15 हजार रुपये प्रतिमाह से कम कमाने वाले संगठित क्षेत्र के सभी कामगारों के भविष्य निधि की संपूर्ण राशि अगले तीन महीने तक वही दे और उसमें कोई पूर्व शर्त ना रखे।

इसे भी देखें: Lockdown 21 दिनों से आगे नहीं बढ़ेगा, 5 Star Hotels में रहेंगे Doctor 

प्रमुख खबरें

Coast Guard ने मछली पकड़ने वाली नौका को कब्जे में लिया; तस्करी कर लाया गया पांच टन डीजल जब्त

Sibal का बार एसोसिएशन का अध्यक्ष चुना जाना देश में बड़े बदलाव का ‘ट्रेलर’ : रमेश

Jharkhand के मंत्री आलमगीर आलम के घर से बरामद हुआ 37 करोड़ कैश, ईडी ने किया सीज

International Court ने रफह में इजराइल की सैन्य कार्रवाई के खिलाफ सुनवाई शुरू की