By अनुराग गुप्ता | Jul 16, 2022
नयी दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर देश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज है। सबसे बड़ा सवाल यही है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का उत्तराधिकारी कौन होगा ? हालांकि एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है। इतना ही नहीं एनडीए ने राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर पहले अपने पत्ते नहीं खोले और फिर आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू को उतारकर विपक्ष की रणनीति को विफल करने की दिशा में पहला कदम बढ़ा दिया था।
एनडीए की रणनीति की वजह से विपक्ष को लगातार झटके लग रहे हैं। क्योंकि कई विपक्षी दलों ने भी विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार की जगह पर द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। जिसमें झांरखड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, आम आदमी पार्टी समेत कई दल शामिल है। वैसे आपको बता दें कि विपक्ष की तरफ से यशवंत सिन्हा संयुक्त उम्मीदवार हैं।
इसी बीच वंचित बहुजन आघाड़ी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर का बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने यशवंत सिन्हा से राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर अपना नाम वापस लेने का अनुरोध किया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि यशवंत सिन्हा से राष्ट्रपति पद की रेस से हटने का अनुरोध करता हूं क्योंकि द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोट देने के लिए पार्टियों के कई अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के सदस्य जुड़ रहे हैं।