By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 25, 2022
नयी दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता अरुण कुमार ने शुक्रवार को कहा कि आरएसएस ने न केवल कश्मीरी हिंदुओं बल्कि मुस्लिमों की भी मदद की थी जब उन्होंने 1990 के दशक में आतंकवाद का दंश झेला था। उन्होंने कहा कि जब 1990 के दशक में जम्मू कश्मीर में आतंकवाद चरम पर था तो आरएसएस ने इस क्षेत्र को सेना को सौंपने के लिए सरकार पर दबाव बनाने से लेकर घाटी में ‘‘सामान्य नागरिक समाज’’ की मदद करने के लिए ‘‘कश्मीर को बचाने’’ के वास्ते लोगों में देशव्यापी जागरूकता फैलाने तक ‘‘कई आयामों’’ पर काम किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने मुस्लिमों की मदद करने का काम भी शुरू किया था जब आतंकवादियों ने कश्मीर से हिंदुओं के निर्वासन के बाद उन्हें निशाना बनाना शुरू किया था।’’ आरएसएस के संयुक्त महासचिव कुमार ‘कन्फ्लिक्ट रेजोल्यूशन-द आरएसएस वे’ नाम की किताब के लोकार्पण के लिए यहां आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद आरएसएस के खिलाफ एक गलत धारणा बनायी गयी कि यह फासीवादी और हिंदू चरमपंथी संगठन है और ऐसा ‘‘पारिस्थितिकी तंत्र’’ संघ के बारे में अब भी ‘‘गलत सूचनाएं’’ फैला रहा है।