कोरोना वैक्सीन को लेकर अफवाह फैलाना पड़ सकता है भारी, जुर्माना या जेल भी हो सकती है

By अभिनय आकाश | Jan 25, 2021

देश में कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत 16 जनवरी को हुई। अभियान के फस्ट फेज में हेल्थ वर्कर्स को टीका लगाया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 15 अगस्त 2021 तक 30 करोड़ लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। कोरोना टीका को लेकर कई तरह की भ्रामक जानकियां भी फैलाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन अब कोरोना वैक्सीन को लेकर अफवाह फैलाना भारी पड़ सकता है। केंद्र सरकार ने राज्यों को निर्देश देते हुए कहा है कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किया जाए। जिसके बाद अब वैक्सीन को लेकर भ्रामक सूचना प्रसार करने वालों पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 और भारतीय दंड संहिता 1860 के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है।

पूरी तरह सुरक्षित है वैक्सीन

केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला की ओर से आश्वस्त किया गया है कि कोरोना के दोनों टीके कोवैक्सिन और कोविशील्ड वैज्ञानिकों के मानकों पर खरा उतरा है और पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने पत्र में कहा है कि इसको लेकर अफवाह फैलाने या भ्रामक जानकारी फैलाने वालों के साथ कड़ाई से निपटा जाए। 

टाॅप संक्रमित देशों की सूची से बाहर हुआ भारत

भारत के लोगों के लिए एक राहत की बात ये भी है कि अब वह उन टाॅप 15 संक्रमित देशों की सूची से बाहर हो गया है जहां कोरोना की वजह से सबसे अधिक लोग जान गंवा रहे थे। पिछले 12 दिनों के आंकड़ों पर गौर करें तो देश में 200 से कम मौतें हो रही हैं। अब भारत का स्थान दुनिया में 16 से 20 देशों के बीच में है। 

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