अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे टूटकर 86.52 पर बंद

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 25, 2025

घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट और वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के चलते शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे टूटकर 86.52 (अस्थायी) पर बंद हुआ।

विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने और विदेशी पूंजी की निकासी के कारण स्थानीय मुद्रा पर और दबाव पड़ा। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, रुपया 86.59 पर खुला और डॉलर के मुकाबले 86.63 के निचले स्तर पर पहुंच गया।

कारोबार के दौरान रुपये ने 86.47 के ऊपरी स्तर को छुआ और अंत में 86.52 (अस्थायी) पर बंद हुआ। यह पिछले बंद स्तर से 12 पैसे की गिरावट है। रुपया बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले एक पैसे बढ़कर 86.40 पर बंद हुआ था।

मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और घरेलू बाजारों में कमजोर रुख के कारण रुपया टूटा। उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ व्यापार समझौते के लिए एक अगस्त की समय सीमा नजदीक आने से अनिश्चितता बढ़ी है। उन्होंने अनुमान जताया कि रुपया थोड़े नकारात्मक रुख के साथ कारोबार कर सकता है।

चौधरी ने कहा, अगले हफ्ते अमेरिकी फेडरल रिजर्व और बैंक ऑफ जापान की मौद्रिक नीति के फैसलों से पहले निवेशक सतर्क रह सकते हैं। डॉलर-रुपये का हाजिर भाव 86.30 रुपये से 86.90 रुपये के बीच रहने का अनुमान है।

इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाना वाला डॉलर सूचकांक 0.33 प्रतिशत बढ़कर 97.44 पर पहुंच गया। विश्लेषकों ने डॉलर सूचकांक में सुधार का श्रेय अमेरिका में रोजगार के बेहतर आंकड़ों को दिया।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.42 प्रतिशत बढ़कर 69.47 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर पहुंच गया। इस बीच, घरेलू शेयर बाजार में सेंसेक्स 721.08 अंक या 0.88 प्रतिशत टूटकर 81,463.09 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 225.10 अंक यानी 0.90 प्रतिशत गिरकर 24,837 पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 2,133.69 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

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