By अंकित सिंह | Mar 14, 2022
रूस और यूक्रेन के बीच 19वें दिन भी युद्ध जारी है। इस युद्ध की वजह से मानवीय संकट खड़ा हो गया है। इन सबके बीच भारत ने एक बार फिर से दोनों देशों से शत्रुता समाप्त कर बातचीत के माध्यम से हल निकालने की अपील की है। यूएनएससी ब्रीफिंग में डीपीआर आर रवींद्र ने कहा कि भारत यूक्रेन में सभी शत्रुताओं को तत्काल समाप्त करने का आह्वान करता रहा है। हमारे प्रधान मंत्री ने बार-बार तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया है और बातचीत और कूटनीति के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि मानव टोल लगातार बढ़ रहा है और मानवीय स्थिति विकट हो गई है। भारत ने अपने नागरिकों को निकालने के लिए गहन और तत्काल कदम उठाए। अब तक 22,500 भारतीय सकुशल घर लौट चुके हैं। हम अपने सभी भागीदारों के समर्थन के लिए उनके आभारी हैं।
भारत ने कहा कि हम OSCE (यूरोप में सुरक्षा और सहयोग के लिए संगठन), आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए Minsk समूह के निरंतर प्रयासों का समर्थन करते हैं। भारत का मानना है कि संघर्ष का कोई भी स्थायी समाधान शांतिपूर्ण बातचीत से ही हासिल किया जा सकता है। वहीं संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि मैं यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने के लिए मध्यस्थता के प्रयासों पर भारत, इज़राइल, चीन, तुर्की, फ्रांस और जर्मनी सहित कई देशों के निकट संपर्क में हूं। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र यूक्रेन के लिए मानवीय सहायता बढ़ाने के लिए अपने केंद्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया कोष से और $ 40 मिलियन आवंटित करेगा।