Prabhasakshi NewsRoom : सचिन पायलट को मिलेगा सब्र का फल, आखिरकार आलाकमान ने गहलोत को मनाया

By नीरज कुमार दुबे | Nov 11, 2021

नमस्कार। न्यूजरूम में आप सभी का स्वागत है। क्या कांग्रेस राजस्थान में सरकार और पार्टी के भीतर चल रहे आंतरिक संघर्ष का हल निकालने के करीब है? यह सवाल इसलिए उठ खड़ा हुआ है क्योंकि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन के साथ लंबी बैठक की जिसमें मंत्रिमंडल विस्तार, राजनीतिक नियुक्तियों और राज्य की राजनीतिक स्थिति को लेकर चर्चा हुई। बुधवार को राहुल गांधी के आवास 12 तुगलक लेन पर करीब तीन घंटे चली बैठक के बाद अब राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर जल्द ही अंतिम निर्णय होने की संभावना है।

इसे भी पढ़ें: उपचुनाव के नतीजों ने किसको दिया झटका तो किसकी बढ़ी ताकत, जानें परिणामों का विस्तृत विश्लेषण

हम आपको बता दें कि गहलोत की कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक से कुछ घंटे पहले उनके प्रतिद्वंद्वी माने जाने वाले पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की वेणुगोपाल के साथ बैठक हुई। इस बैठक के बाद सचिन पायलट ने दो टूक कहा कि कांग्रेस की सरकार बनाने वाले कार्यकर्ताओं को भागीदारी मिलनी चाहिए और यह काम जल्द होना चाहिए।


कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और मुख्यमंत्री गहलोत के बीच बैठक के बाद कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी अजय माकन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने राजस्थान के राजनीतिक हालात पर विस्तार से चर्चा की। सिर्फ मंत्रिमंडल की ही नहीं, 2023 में हम लोग कैसे जीतकर वापस आएंगे, इस बारे में भी चर्चा हुई।’’

इसे भी पढ़ें: पायलट को करना पड़ेगा और इंतजार, गहलोत अगली बार भी CM खुद बनने की बात कहने लगे हैं

उधर, राजस्थान में राजनीतिक नियुक्तियों पर सचिन पायलट ने कहा कि ‘‘मैं फिर दोहरा रहा हूं कि अब लगभग तीन साल हो गये है.. जो कांग्रेस के कार्यकर्ता है जिन्होंने कांग्रेस के लिये सबकुछ कुर्बान किया.. जिन्होंने सरकार बनाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है उन्हें लगना चाहिए कि सरकार में उनकी भागीदारी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम सब नेता लोग तो भाषण देकर आते हैं.. लेकिन वे लोग तो बूथ पर खड़े होकर कांग्रेस का झंडा उठाकर उनके लिये लड़ाई लड़ते हैं, उन लोगों को उचित मान सम्मान देने की लड़ाई और संघर्ष की बात मैंने शुरू में रखी थी.. और मैं आज भी इस पर कायम हूं चाहे राजनीतिक नियुक्तियां हो या भागीदारी की बात हो.’’ पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि ‘‘जिन्होंने समर्पित भाव से भाजपा की सरकार को हराने का काम किया है इतने सारे कार्यकर्ता को लगना चाहिए कि सरकार में उनकी भागीदारी है और यह सुनिश्चित करने के लिये इसी बात को प्रदेश अध्यक्ष भी कहते हैं और मैं भी कहता हूं और मुझे लगता है कि बहुत जल्द यह करना चाहिए क्योंकि राजस्थान में चुनाव सिर्फ 22-23 महीने दूर रह गये। इस बात पर चर्चा हुई और मुझे लगता है बहुत जल्द अच्छे निर्णय लिये जायेंगे।’’ सचिन पायलट ने जोर देकर कहा कि ‘‘मुझे लगता है कि अब समय आ गया है इस पर आगे बढ़कर काम करना चाहिए।''


बहरहाल, देखना होगा कि कांग्रेस राजस्थान के मुद्दे का क्या हल निकालती है और क्या वह हल सबको स्वीकार्य होगा? क्योंकि कांग्रेस ने पंजाब के मुद्दे का हल निकालने की भी खूब कोशिश की पर कुछ हासिल नहीं हुआ।

प्रमुख खबरें

केजरीवाल जैसा यू-टर्न लेने वाला आदमी नहीं देखा, Delhi में बोले Amit Shah, भारत से ज्यादा राहुल के पाकिस्तान में समर्थक

इब्राहिम रईसी के निधन पर भारत ने किया 1 दिन के राजकीय शोक का ऐलान, जयशंकर ने कहा ईरान के साथ खड़ा है देश

New Delhi Lok Sabha Seat: बांसुरी स्वराज के लिए जेपी नड्डा ने किया रोडशो, केजरीवाल पर जमकर साधा निशाना

पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर खत्म होगा रेल रोको आंदोलन, रेलवे ट्रैक को खाली करेंगे किसान