एसी में आग नहीं लगे इसके लिए बरतें यह कुछ सावधानियाँ

By शुभा दुबे | May 07, 2018

दिल्ली में एसी में शॉर्ट सर्किट से लगी आग में दो बच्चों के जल कर मरने की घटना हृदय विदारक तो है ही साथ ही यह उन सभी लोगों के लिए एक चेतावनी भी है जोकि इलेक्ट्रानिक सामानों का बेतहाशा उपयोग करते हैं और उनके रखरखाव के प्रति लापरवाह रहते हैं। आजकल लोगों की जीवनशैली बदल गयी है और उपभोक्तावाद इतना हावी हो चला है कि निम्न मध्यम वर्ग के पास भी सुख सुविधा की कई चीजें मौजूद हैं क्योंकि सब कुछ आसान किश्तों पर मिल जाता है।

आजकल घरों में दो एसी होना तो नॉर्मल बात है। लेकिन यह सब जहां एक ओर मानव स्वास्थ्य पर विपरीत असर डाल रहा है वहीं पर्यावरण पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ रहा है। आइए जानते हैं उपभोक्ता वस्तुओं खासकर एअर कंडीशनर के रखरखाव से जुड़ी कुछ ऐसी जरूरी बातें जिनका ध्यान रखेंगे तो कोई परेशानी नहीं होगी।

 

-सबसे पहले तो आप यह देख लें कि आप जितने टन का एसी ला रहे हैं आपके घर की वायरिंग और बिजली का लोड उसे सहने लायक है भी या नहीं।

 

-घर की वायरिंग कराते समय ध्यान रखें कि लोकल वायर की बजाय हमेशा ब्रांडेड वायर ही डलवाएं। लोकल वायर शुरू में सस्ती पड़ती है लेकिन बाद में बहुत महँगी।

 

-आप भले ही अच्छी से अच्छी सोसायटी में रहते हों और आपके यहाँ पावर लोड कम या ज्यादा नहीं होता हो लेकिन फिर भी स्टेबलाइजर जरूर लगवाएं क्योंकि ऐसा हो ही नहीं सकता कि कभी बिजली का लोड कम या ज्यादा नहीं होता हो।

 

-गर्मियों की शुरुआत में ही एसी की सर्विस जरूर करवा लें। बिना सर्विस कराये एसी नहीं चलवाएं। हो सके तो सीजन के बीच भी एक बार सर्विस करवा लें।

 

-सर्विस कराते समय यह ध्यान रखें कि विंडो एसी पीछे से नीचे की ओर झुका हुआ रहे ताकि उसके अंदर पानी नहीं रहे। 

 

-एसी का प्लग जरूर समय-समय पर देखते रहें कि उसके अंदर कोई तार ढीली नहीं हो गयी हो। यदि ढीली हो तो उसे कस दें नहीं तो स्पार्किंग हो सकती है।

 

-एसी का प्लग निकाल कर भी समय-समय पर देखते रहें क्योंकि धीरे-धीरे यह गर्म होकर गल रहा होता है या काला पड़ रहा होता है। ध्यान नहीं दिया जाये तो यह आग पकड़ सकता है।

 

-एसी की गैस आदि भरवाते समय लोकल वेंडर की सेवाएं लेने से बचें और इसकी बजाय कंपनी के ही मैकेनिक को बुलवाएं।

 

-आजकल एसी की एएमसी भी मिलती हैं। यदि आपके पास समय नहीं होता है एसी की जाली भी साफ करने का तो एएससी के तहत आप साल में चार या पांच बार मैकेनिक को बुलवा सकते हैं।

 

-पुराना एसी खरीद रहें हैं तो सावधान रहें और किसी पहचान के मैकेनिक से उसकी अच्छी तरह जांच परख करवा लें।

 

-एसी जहां लगा है वहां के दरवाजे और खिड़कियां बंद ही रखें क्योंकि बार-बार दरवाजा खोलने से एसी के कम्प्रेशर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है कमरे को ठंडा करने के लिए।

 

-एसी का प्लग जहां पर है वहां कोई पर्दा नहीं लगायें क्योंकि स्पार्क होने पर पर्दा आग पकड़ सकता है।

 

-शुभा दुबे

प्रमुख खबरें

BSF के जवान ने अज्ञात कारणों के चलते BSF चौकी परिसर में फाँसी लगाकर की आत्महत्या

SP ने आतंकवादियों के खिलाफ मुकदमे वापस लेने की कोशिश की, राम का अपमान किया: Adityanath

तापीय बिजली संयंत्रों के पास मानक के मुकाबले 68 प्रतिशत कोयले का भंडार: सरकारी आंकड़ा

इस सप्ताह तीन कंपनियां लाएंगी IPO, 6,400 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद