महिंद्रा शोरूम के सेल्समैन ने गाड़ी खरीदने आए किसान का उड़ाया मजाक, इस पूरी घटना पर आया आनंद महिंद्रा का बयान, जानिए क्या बोले

By टीम प्रभासाक्षी | Jan 27, 2022

महिंद्रा शोरूम के सेल्समैन पर गाड़ी खरीदने आए एक किसान को अपमानित करने का आरोप लगा है। महिंद्रा का यह शोरूम कर्नाटक के तुमकुर में स्थित है। मामले के तूल पकड़ने के बाद अब बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा ने इस मामले पर अपना रिएक्शन दिया है। आनंद महिंद्रा ने अपने ट्वीट में कहा @Mahindra Rise का मुख्य उद्देश्य हमारे समुदायों और सभी हितधारकों को ऊपर उठने में सक्षम बनाना है। इसके साथ ही व्यक्ति की गरिमा को बनाए रखना है। इस दर्शन से किसी भी तरह की गड़बड़ी को बड़ी तत्परता के साथ संबोधित किया जाएगा।


क्या है मामला

 बीते हफ्ते Chikkasandra Hobli में सुपारी किसान केम्पेगौड़ा आरएल ( kempegouda RL) अपने दोस्तों के साथ महिंद्रा शोरूम बोलोरो पिकअप खरीदने पहुंचे थे। लेकिन वहां कथित तौर पर उनकी वेशभूषा को देखकर सेल्समैन द्वारा उन्हें अपमानित किया गया। किसान केम्पेगौड़ा ने दावा किया कि उनसे सेल्समैन ने यहां तक कहा कि उसकी जेब में 10 लाख रुपये तो छोड़ो 10 रुपये भी नहीं होंगे। सेल्समैन ने किसान से कहा कि अगर वह 30 मिनट के अंदर 10 लाख रुपए कैश ले आएगा तो उसे उसी दिन गाड़ी की डिलीवरी दे दी जाएगी।


किसान शोरूम से बाहर निकला आधे घंटे के भीतर ही 10 लाख रूपये कैश ले आया। यह देखकर शोरूम में काम करने वाले भी दंग रह गए, जब सेल्समैन ने उसी दिन गाड़ी की डिलीवरी करने में असमर्थता जताई तो विवाद हो गया। किसान कम्पेगौड़ा पुलिस बुला ली और पूरा किस्सा सुना दिया। फिर बाद में समझाने बुझाने और सेल्समैन के माफी मांगने के बाद केम्पेगौड़ा मान गए।

 

आपको बता दें कर्नाटक के महिंद्रा शोरूम में किसान और सेल्समैन के इसी विवाद के बाद अब आनंद महिंद्रा का यह बयान आया है।  इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हुआ और यह मामला चर्चा में आ गया। इसके बाद यूजर्स भी ट्विटर पर आनंद महिंद्रा को टैग कर सेल्समैन के खिलाफ एक्शन लेने की बात कहने लगे।

प्रमुख खबरें

Uttar Pradesh: खाप पंचायत ने 18 से कम उम्र के बच्चों के मोबाइल फोन रखने पर प्रतिबंध लगाया

मराठा आरक्षण कार्यकर्ता Manoj Jarange अस्पताल में भर्ती

Himachal Pradesh: बीर बिलिंग में पैराग्लाइडिंग के दौरान दुर्घटना में पायलट की मौत

Prime Minister Modi ने पुस्तकों और पुस्तकालयों के प्रचार-प्रसार की आवश्यकता पर बल दिया