By रितिका कमठान | Jan 27, 2023
भारत की स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने अपने जोड़ीदार रोहन बोपन्ना के साथ 27 जनवरी को ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट में हार का सामना किया, जिसके साथ ही उनके करियर का अंतिम ग्रैंड स्लैम जीतने का मौका उनके हाथ से निकल गया। ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023 के मिक्स्ड डबल्स के खिताबी मुकाबले में 0-2 (7-6, 6-2) से हार का सामना करना पड़ा था।
इस मुकाबले में हार के बाद सानिया मिर्जा अपने आसुओं को रोकने में सफल नहीं रह सकी। ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट के रोड लेवर एरेना में खेले गए फाइनल मुकाबले में सानिया और बोपन्ना की जोड़ी को ब्राजील की जोड़ी लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस ने हराया। बता दें कि सानिया मिर्जा अपने करियर में 6 ग्रैंडस्लैम खिताब जीत चुकी है। ये उनके करियर का सातवां ग्रैंडस्लैम होता।
हार के बाद हुई इमोशनल
सानिया मिर्जा ग्रैंड स्लैम मुकाबला हारने के बाद काफी इमोश्नल हो गई। इस मुकाबले के बाद बात करते हुए सानिया मिर्जा आंसू आ गए और वो रोने लगी। सानिया मिर्जा ने बोलते हुए अपनी आंखों से आंसू पोछे और कहा कि मेरा प्रोफेशनल करियर मेलबर्न में 2005 शुरू हुआ था। करियर को खत्म करने के लिए इससे अच्छा मौका नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि मैंने सेरेना विलियम्स के खिलाफ सबसे पहले 18 वर्ष की उम्र में खेला था और कैरोलिना के खिलाफ भी तभी खेला था। यहां खेलना मेरे लिए सम्मान की बात रही है। इसे शानदार बनाने के लिए सभी को धन्यवाद।
बता दें कि सानिया मिर्जा भारतीय टेनिस का चेहरा है और भारतीय टेनिस के इतिहास की सबसे बड़ी खिलाड़ी है। सानिया मिर्जा का ये अंतिम ग्रैंड स्लैम था जिसे वो जीत के साथ खत्म नहीं कर सकी। मगर अगले महीने दुबई में होने वाले डब्ल्यूटीए टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के बाद वो सन्यास लेंगी।
ऐसा रहा है सानिया मिर्जा का करियर
बता दें कि सानिया मिर्जा ने अपने प्रोफेशनल टेनिस करियर में कुल छह ग्रैंड स्लैम खिताब जीते है। सानिया मिर्जा ने मिक्स्ड डबल्स मुकाबलों में 3 ग्रैंड स्लैम जीते है, जिसमें पहला महेश भूपति के साथ वर्ष 2009 में ऑस्ट्रेलियन ओपन, 2012 में फ्रेंच ओपन जीता था। ब्राजील के ब्रूनो सोरेस के साथ 2014 में अमेरिकी ओपन जीता था। इसके अलावा अन्य तीन ग्रैंड स्लैम उन्होंने महिला युगल के तौर पर जीते थे। उन्होंने मार्टिना हिंगिस के साथ विम्बलडन 2015, अमेरिकी ओपन 2015 और ऑस्ट्रेलियाई ओपन 2016 का खीताब जीता था।