Sanjay Singh को नहीं मिली राहत, कोर्ट ने 10 नवंबर तक के लिए बढ़ाया न्यायिक हिरासत

By अंकित सिंह | Oct 27, 2023

दिल्ली की एक अदालत ने कथित दिल्ली उत्पाद शुल्क घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार आप नेता संजय सिंह की न्यायिक हिरासत शुक्रवार को 10 नवंबर तक बढ़ा दी। विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल ने सिंह को अपने पारिवारिक खर्चों के साथ-साथ संसद सदस्य के रूप में अपने काम के लिए कुछ चेक पर हस्ताक्षर करने की भी अनुमति दी। न्यायाधीश ने संबंधित जेल अधिकारियों को सिंह के निजी डॉक्टर सहित उचित इलाज सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। उन्हें ईडी ने दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले में 4 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। 

 

इसे भी पढ़ें: AAP के स्टार प्रचारकों की सूची में सिसोदिया और संजय सिंह का नाम, BJP ने पूछा- जेल में बंद ये घोटालेबाज कैसे करेंगे प्रचार?


सिंह को न्यायिक हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद आज अदालत में लाया गया था। इससे पहले उन्हें 13 अक्टूबर को आज तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल ने सिंह को जेल भेजने का आदेश दिया था जब जांच एजेंसी ने उन्हें ईडी हिरासत की अवधि समाप्त होने पर अदालत में पेश किया था। 20 अक्टूबर को दिल्ली हाई कोर्ट ने संजय सिंह की रिमांड और गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी थी। आप नेता ने पहले उच्च न्यायालय को बताया था कि उनकी गिरफ्तारी अवैध, दुर्भावनापूर्ण और "सत्ता को विकृत करने का क्लासिक मामला" थी, और इसलिए उन्हें रिहा किया जाना चाहिए।

 

इसे भी पढ़ें: Court ने Sanjay Singh को चेताया, कहा- यदि आप अडानी और मोदी पर भाषण देना चाहते है तो...


ईडी का मनी लॉन्ड्रिंग मामला सीबीआई की एफआईआर से उपजा है। सीबीआई और ईडी के अनुसार, दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति 2021-22 को संशोधित करते समय अनियमितताएं की गईं और लाइसेंस धारकों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया। दिल्ली सरकार ने 17 नवंबर, 2021 को उत्पाद शुल्क नीति लागू की थी, लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच सितंबर 2022 के अंत में इसे खत्म कर दिया।

प्रमुख खबरें

जोफ्रा आर्चर की टी20 वर्ल्ड कप में वापसी: इंग्लैंड की 15 सदस्यीय टीम का ऐलान

Eden Gardens टेस्ट पिच पर आईसीसी की मुहर, गुवाहाटी को मिला ‘बहुत अच्छा’ दर्जा

नाइजीरिया में जोशुआ की कार ट्रक से टकराई, दो टीम सदस्यों की मृत्यु, चैम्पियन एंथनी अस्पताल में भर्ती

Investment bankers की बम्पर कमाई: 2025 में IPO से ₹4113 करोड़ की फीस, पिछले साल का रिकॉर्ड टूटा