By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 23, 2018
जकार्ता। सऊदी अरब के विदेश मंत्री आदिल अल-जुबेर ने मंगलवार को कहा कि जमाल खशोगी जैसे आलोचक की हत्या जिस तरह हुई, वैसा फिर कभी नहीं होना चाहिए। उन्होंने पत्रकार की हत्या के मामले में पूरी तरह जांच की वचनबद्धता जताई। अल-जुबेर ने जकार्ता में इंडोनेशिया के विदेश मंत्री से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘सऊदी अरब का नेतृत्व देखेगा कि जांच पूरी तरह हो और सच सामने आए। जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाए।’’उन्होंने यह संकल्प भी जताया कि ऐसा तंत्र बनाया जाएगा ताकि, “इस तरह की घटना फिर कभी न हो।”
इंडोनेशियाई विदेश मंत्री आर मरसुदी ने मंगलवार को कहा कि जकार्ता इस्तांबुल में सऊदी वाणिज्य दूतावास में इस महीने खशोगी की हत्या को लेकर बहुत चिंतित है। तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन मंगलवार की शाम तक इस हत्याकांड के बारे में सच सामने रख सकते हैं। एर्दोआन की सत्तारूढ़ पार्टी के प्रवक्ता उमर सेलिक ने कहा कि अत्यंत बर्बर तरीके से हत्या की साजिश रची गयी थी और इसे छिपाने के लिए बहुत प्रयास किये गये।
सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान के मुखर आलोचक खशोगी (59) दो अक्टूबर को इस्तांबुल में सऊदी वाणिज्य दूतावास में प्रवेश के बाद से लापता हो गये थे। वह वहां अपनी शादी के लिए जरूरी कुछ कागजात लेने गये थे। कुछ दिन बाद तुर्की की सरकार के एक सूत्र ने कहा कि पुलिस को लगता है कि इस्तांबुल भेजे गये एक दल ने उनकी हत्या कर दी और तुर्की के एक अखबार ने 17 अक्टूबर को लिखा कि उन्हें प्रताड़ित किया गया और वाणिज्य दूतावास के अंदर उनकी हत्या कर दी गयी। सऊदी अरब ने दो सप्ताह से अधिक समय तक चुप्पी साधने के बाद शनिवार को कबूल किया कि खशोगी की वाणिज्य दूतावास में एक विवाद के दौरान मौत हो गयी। कई लोगों ने इस बात को खारिज कर दिया।