By एकता | Dec 08, 2024
एनसीपी-एससीपी प्रमुख शरद पवार ने रविवार को महाराष्ट्र में सोलापुर जिले के मारकडवाडी गांव का दौरा किया और ईवीएम विरोधी कार्यक्रम में शामिल हुए। गांव के दौरे के दौरान उन्होंने जयंत पाटिल सहित अपनी पार्टी के कई नेताओं के साथ ग्रामीणों से मुलाकात की। ईवीएम विरोधी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पवार ने कहा, 'मैं ग्रामीणों को धन्यवाद देना चाहता हूं क्योंकि आपने पूरे देश को सही दिशा दिखाई है। आप (ग्रामीण) ही थे जिन्होंने मतपत्रों का उपयोग कर चुनाव कराने के बारे में सोचा था।'
पवार ने कहा, 'हमने ईवीएम के बारे में कुछ आंकड़े एकत्र किये हैं। लोगों ने मतदान किया लेकिन अंत में परिणाम अप्रत्याशित थे। आपने इस मुद्दे के बारे में जागरूकता बढ़ाई और इस प्रक्रिया को बदलने की जरूरत है।'
एनसीपी-एससीपी प्रमुख ने मतपत्रों का उपयोग कर दोबारा चुनाव कराने की मांग करने वाले ग्रामीणों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की आलोचना की। उन्होंने कहा, 'पुलिस ग्रामीणों को उनके गांव में इकट्ठा होने से कैसे रोक सकती है? वे आपके (ग्रामीणों) खिलाफ शिकायत कैसे दर्ज कर सकते हैं? ऐसी सभी शिकायतें एकत्र करें और उन्हें मुझे दें। मैं इस मुद्दे को मुख्यमंत्री, राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, प्रधानमंत्री और यहां तक कि भारत के निर्वाचन आयोग के समक्ष उठाऊंगा।'
शरद पवार ने सवाल पूछा कि अगर पूरी मतपत्रों पर चुनाव करा सकती है तो हम क्यों नहीं। उन्होंने कहा, 'अमेरिका, इंग्लैंड और कई यूरोपीय देश ईवीएम पर नहीं बल्कि मतपत्रों पर चुनाव करा रहे हैं, जब पूरी दुनिया मतपत्रों पर चुनाव करा रही है, तो हम क्यों नहीं?'
बता दें, मारकडवाडी वही गांव हैं, जहां के लोग महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के नतीजों से खुश नहीं है। उन्होंने निर्वाचन आयोग से दोबारा चुनाव कराने की मांग की थी। आयोग द्वारा मांग नहीं मानी जाने पर गांव ने खुद ही मतपत्रों से मॉक-चुनाव कराने का फैसला किया, जिसे पुलिस ने रोक दिया था। पुलिस ने ऐसा करने पर गांव और आस-पास के इलाकों के 200 से अधिक लोगों के खिलाफ अनधिकृत तरीके से मतपत्रों का उपयोग कर पुनर्मतदान कराने की कथित तौर पर कोशिश करने का मुकदमा भी दर्ज किया था। यह गांव मालशिरस विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहां राकांपा-शरदचंद्र पवार के उम्मीदवार उत्तम जानकर को भाजपा के राम सतपुते को 13,147 मतों से हराया था।