By अंकित सिंह | Sep 12, 2025
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने मुंबई पुलिस आयुक्त देवेन भारती को एक ज्ञापन सौंपकर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत के खिलाफ कथित भड़काऊ बयानों के लिए कड़ी कार्रवाई की मांग की। भारती से मिले शिवसेना प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि राउत ने नेपाल में हाल ही में हुई हिंसा का एक वीडियो प्रसारित करके और भारत में भी ऐसी ही अशांति होने की चेतावनी देकर अराजकता भड़काने और अप्रत्यक्ष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धमकी देने का प्रयास किया है।
प्रतिनिधिमंडल के अनुसार, ऐसी टिप्पणियां न केवल भड़काऊ हैं, बल्कि समाज में भय और अस्थिरता पैदा करने के इरादे से भी हैं। शिवसेना के राज्यसभा सांसद मिलिंद देवड़ा ने कहा कि आज एकनाथ शिंदे के निर्देश पर शिवसेना के शीर्ष नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल मुंबई पुलिस कमिश्नर से मिला और यूबीटी सांसद संजय राउत के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। विपक्षी दलों द्वारा देश भर में एक बड़ी और बेहद खतरनाक साजिश रची जा रही है... यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और खतरनाक है कि मुंबई से लेकर दिल्ली तक के नेता भारत को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए, हमने मुंबई के पुलिस कमिश्नर से ऐसे तत्वों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की अपील की है।
वहीं, शिवसेना नेता संजय निरुपम ने नेपाल में जारी नागरिक अशांति के सिलसिले में सोशल मीडिया पर ‘‘देश-विरोधी’’ टिप्पणी करने के लिए शिवसेना (उबाठा) के नेता संजय राउत के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की मांग की। वर्सोवा पुलिस को लिखे एक पत्र में, निरुपम ने आरोप लगाया कि राउत ने कहा था कि इसी तरह की अशांति भारत में भी फैल सकती है। निरुपम ने कहा, ‘‘इस तरह के बयान का मकसद नागरिकों में भय पैदा करना है और ऐसी टिप्पणी देश के हितों के खिलाफ बयानबाजी के समान है। राउत की टिप्पणी असंवैधानिक, खतरनाक और अस्थिरता को बढ़ावा देने वाली है। पुलिस को राउत के खिलाफ उनकी देश-विरोधी टिप्पणी के लिए आपराधिक मामला दर्ज करना चाहिए।’’