By अनुराग गुप्ता | May 09, 2020
लॉकडाउन के बीच कनाड़ा के सिख डॉक्टर भाइयों ने एक मिसाल पेश की है। बता दें कि दो सिख भाइयों ने कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाक के लिए अपनी दाढ़ी कटवा दी। दरअसल, संक्रमित व्यक्तियों के इलाज के लिए उन्हें मेडिकल ग्रेड के मास्क पहनना जरूरी था। लेकिन दाढ़ी के साथ-साथ पूरे दिन मास्क पहनना काफी मुश्किल था। ऐसे में सिख भाइयों ने धार्मिक सलाहकारों, परिवार और दोस्तों से बातचीत करने के बाद दाढ़ी कटवाने का निर्णय लिया।
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सिख धर्म में केश का है अपना महत्व
सिख धर्म में दाढ़ी और सिर के बाल नहीं कटवाए जाते इनका अपना ही महत्व होता है। ऐसे में दोनों भाइयों का इतना कठिन निर्णय लेना सेवा के प्रति अपने जज्बे को दिखाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डॉ. संजीत सिंह सलूजा और उनका भाई डॉ. रंजीत सिंह मैक्गिल यूनिवर्सिटी हेल्थ सेंटर (MUHC) में काम करते हैं।
एमयूएचसी की वेबसाइट पर डॉ. संजीत सिंह सलूजा एक वीडियो पोस्ट किया। जिसमें उन्होंने कहा कि हम काम को छोड़ भी सकते थे लेकिन ऐसे वक्त में जब स्वास्थ्य कर्मी बीमार पड़ रहे हैं तो हम और अधिक बोझ नहीं डालना चाहते थे।
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शपथ के खिलाफ है काम न करना
डॉ. सिंह ने आगे कहा कि हमारा काम न करना डॉक्टर के रूप में ली गई हमारी शपथ खिलाफ है और सेवा के सिद्धांतों के खिलाफ भी। ऐसे में दोनों सिख डॉक्टर भाइयों ने दाढ़ी कटवाने का निर्णय लिया। जब विश्व कोरोना के खिलाफ जंग को जीत लेगा तब डॉ. सिंह जैसे लोगों की तस्वीरें हमें बताएंगी कि मुश्किल हालातों में भी लोगों ने सेवा का अपना भाव नहीं छोड़ा था।
हालांकि, डॉ. सिंह दाढ़ी कटवाने के फैसले से उदास भी हुए। उन्होंने कहा कि यह मेरी पहचान का हिस्सा था। जब सुबह मैं उठने के बाद आईना देखता हूं तो मुझे झटका लगता है। यह मेरे लिए बहुत कठिन फैसला था लेकिन हमने जो जरूरी समझा वो किया।
बता दें कि कनाडा में कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। अब तक 66,434 व्यक्ति संक्रमण की चपेट में आ गए और मौत का आंकड़ा 4,569 पहुंच गया है। वहीं, 30,226 मरीज स्वस्थ भी हो चुके हैं।
(साभार: सोशल मीडिया)