By डॉ. अनिमेष शर्मा | Oct 25, 2025
लंबी ड्राइव या हाइवे यात्रा के दौरान जब आप अपनी कार को आराम से चला रहे होते हैं और अचानक बोनट से धुआं निकलता दिखाई देता है, तो यह किसी भी ड्राइवर के लिए तनावपूर्ण स्थिति होती है। कुछ ही क्षणों में मजेदार सफर डरावना बन सकता है। बोनट से उठता धुआं संकेत देता है कि इंजन ओवरहीट हो गया है या कार में कोई गंभीर खराबी आई है। ऐसे में इंजन डैमेज होने या आग लगने का खतरा भी बढ़ जाता है। लेकिन घबराने की जगह अगर आप समझदारी से काम लें, तो स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सकता है। आइए जानते हैं ऐसे समय में क्या करें और क्या नहीं।
अगर आपकी कार के बोनट से धुआं निकल रहा है, तो तुरंत एसी को बंद करें और हीटर ऑन कर दें। यह थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन ऐसा करने से हीटर इंजन की अतिरिक्त गर्मी को सोखकर कार के केबिन में भेज देता है। इससे इंजन का तापमान कम होने लगता है और उसे ठंडा होने में मदद मिलती है। यह एक अस्थायी लेकिन असरदार उपाय है जो इंजन को नुकसान से बचा सकता है।
हीटर ऑन करने के बाद अगला कदम है — कार को सड़क के किनारे किसी सुरक्षित स्थान पर रोकना। कोशिश करें कि गाड़ी ट्रैफिक से दूर हो ताकि किसी दुर्घटना का खतरा न रहे। जैसे ही कार रुके, इंजन बंद करें और चाबी बाहर निकालें। इंजन बंद करने से ओवरहीटिंग की प्रक्रिया रुक जाएगी और इंजन को ठंडा होने का मौका मिलेगा।
अक्सर ड्राइवर घबराहट में तुरंत बोनट खोलने की कोशिश करते हैं, जो कि एक खतरनाक गलती हो सकती है। ओवरहीट इंजन से निकलने वाली भाप या धुआं आपकी त्वचा को गंभीर रूप से जला सकता है। इसलिए बोनट खोलने से पहले 5–10 मिनट तक इंतजार करें, जब तक कि धुआं या भाप कम न हो जाए। याद रखें — जल्दबाजी नुकसानदायक साबित हो सकती है।
जब धुआं कुछ कम हो जाए, तो बोनट को धीरे-धीरे और सावधानी से खोलें। पहले थोड़ा सा गैप बनाएं ताकि अंदर जमा भाप बाहर निकल सके। पूरी तरह से खोलने की कोशिश न करें जब तक यह सुनिश्चित न हो जाए कि भाप निकल चुकी है। एक और जरूरी बात, कभी भी गरम इंजन पर ठंडा पानी न डालें। इससे इंजन ब्लॉक क्रैक हो सकता है और नुकसान बढ़ सकता है। हमेशा इंजन को स्वाभाविक रूप से ठंडा होने दें।
बोनट खोलने के बाद सबसे पहले कूलेंट टैंक देखें। अगर कूलेंट कम या खाली है, तो यही इंजन के ओवरहीट होने की मुख्य वजह हो सकती है। इंजन को पूरी तरह ठंडा होने के बाद ही कूलेंट डालें। अगर कूलेंट उपलब्ध नहीं है, तो इंजन चालू करने की कोशिश न करें। यह इंजन को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है।
कूलेंट डालने के बाद अगर तापमान गेज सामान्य स्तर पर आ जाता है, तो कार को धीरे-धीरे निकटतम मैकेनिक या सर्विस सेंटर तक चलाएं। लेकिन यदि तापमान फिर से बढ़ने लगे या कार अजीब आवाजें करने लगे, तो तुरंत इंजन बंद कर दें और टो-ट्रक की मदद लें। किसी स्थानीय मैकेनिक को बुलाकर स्थिति का निरीक्षण कराना सबसे सुरक्षित विकल्प है।
- हमेशा अपनी कार में कूलेंट की अतिरिक्त बोतल, टॉर्च और प्राथमिक चिकित्सा किट रखें।
- नियमित सर्विसिंग कराते रहें ताकि ऐसी समस्या से बचा जा सके।
- यात्रा से पहले इंजन ऑयल, कूलेंट और बेल्ट की जांच जरूर करें।
कार से धुआं निकलना भले ही डराने वाला अनुभव हो, लेकिन सही कदम उठाकर आप बड़ी मुसीबत से बच सकते हैं। याद रखें — धैर्य और समझदारी ही इस स्थिति से निपटने की सबसे बड़ी कुंजी है। जल्दबाजी करने से न केवल आपकी गाड़ी को नुकसान हो सकता है बल्कि आपकी सुरक्षा भी खतरे में पड़ सकती है। इसलिए अगली बार अगर सड़क पर ऐसी स्थिति बने, तो इन सलाहों को ज़रूर याद रखें।
- डॉ. अनिमेष शर्मा