कुछ लोग समाज में नफरत पैदा करने की कोशिश कर रहे है: राजनाथ

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 22, 2018

छपरा/पटना। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बिहार में नक्सली गतिविधियों में आयी कमी के लिए राज्य की नीतीश सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि सूबे में नक्सलवाद की घटनाएं वर्ष 2013 की अपेक्षा मौजूदा समय में आधे से भी कम रह गयी है। सारण जिले के जलालपुर में आईटीबीपी के 6ठे बटालियन के मुख्यालय का उदघाटन करने आये राजनाथ ने नक्सली घटना में आयी कमी के लिए वह मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों को बधाई देते हैं। 

 

सिंह ने कहा कि पहले बडी संख्या में लोग मारे जाते थे पर अब ऐसा नहीं है और नक्सलवादियों के अब हौसले पस्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि नक्सली चाहते हैं कि गरीबों की गरीबी दूर न हो। इनके बडे बडे नेता अपने बच्चों को बड़े स्कूलों और कालेजों के अलावा विदेशों में पढा रहे हैं। सिंह ने भारत के भीतर लोगों के बीच नफरत पैदा करने की कोशिश की जा रही है जिसका सभी नौजवानो को एकजुट होकर मुकाबला करना चाहिए। उन्होंने कहा भारत दुनिया का इकलौता देश है जहां विश्व में रहने वाले सभी लोगों को अपने परिवार का सदस्य मानते हुए वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश देने का काम किया है। 

 

राजनाथ ने कहा कि जबतक हिदुंस्तान के सभी राज्यों का विकास नहीं होगा तबतक भारत दुनिया के विकसित देशों की पंक्ति में खडा नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि बिहार की राजग सरकार के कार्यकाल के दौरान प्रदेश का विकास दर 10.3 प्रतिशत हो गया है जबकि देश में विकास दर 7.3 प्रतिशत है और इसका श्रेय यहां की सरकार को जाता है। राजनाथ ने कहा कि बिहार में पूर्णशराबबंदी कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने ऐतिहासिक कार्य किया है। बिहार में शराबबंदी के लागू होने से इस प्रदेश में अपराध के मामले में काफी कमी आयी है।समारोह को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित कई अन्य गणमान्य लोगों ने भी संबोधित किया।

 

प्रमुख खबरें

New Zealand की आसान जीत, जैकब डफी ने झटके पांच विकेट और वेस्टइंडीज पर दबदबा

Vinesh Phogat की दमदार वापसी, 18 माह बाद कुश्ती में लौटेंगी, लॉस एंजेलिस 2028 की करेंगी तैयारी

Lionel Messi India Tour 2025: मेसी का भारत दौरा शुरू, चैरिटी शो और 7v7 मैच में लेंगे हिस्सा

IndiGo Flight Crisis: डीजीसीए ने सीईओ को तलब किया, जांच और मुआवज़े पर सवाल तेज