By अंकित सिंह | Apr 15, 2022
उत्तर प्रदेश में चुनावी हार के बाद समाजवादी पार्टी के अंदर बगावत की लहर तेज होती दिखाई दे रही है। शिवपाल यादव और आजम खान की नाराजगी के बाद अब राज्यसभा सांसद सुखराम यादव ने भी समाजवादी पार्टी की टेंशन बढ़ा दी है। आज ही सुखराम यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। इस मुलाकात को लेकर लगातार सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। सुखराम यादव के बेटे पहले ही भाजपा में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि अब सुखराम यादव भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
भाजपा में शामिल होने के सवाल पर सुखराम यादव ने कहा कि मैं समाजवादी पार्टी से सांसद हूं। मैं उन संस्थापक सदस्यों में से एक हूं जिन्होंने पार्टी का निर्माण किया। इसलिए, मेरे पास अभी पार्टी छोड़ने का कोई विचार नहीं है। हम मुलायम सिंह यादव के निर्देश का पालन करते हैं। वह जो भी निर्देश देंगे हम उसका पालन करेंगे। सुखराम, 2004-10 तक उत्तर प्रदेश विधान परिषद के अध्यक्ष रहे थे। वह जुलाई 2016 को सपा से राज्यसभा सदस्य चुने गये थे। उन्होंने कहा, मैंने पहले ही कहा है कि मेरे और पार्टी नेतृत्व के बीच कुछ मतभेद हैं। अखिलेश (यादव) जी ने पार्टी में अंदरूनी कलह के दौरान (2016 में) कहा था कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) 2017 के चुनाव के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाएंगे। सपा सांसद ने कहा, हालांकि, कई चुनाव हो चुके हैं, लेकिन इस संबंध में कुछ नहीं किया गया है। मैं केवल इतना चाहता हूं कि नेताजी का सम्मान बरकरार रहे।