By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 07, 2019
कोलंबो। श्रीलंका के राष्ट्रपति ने शनिवार को घोषणा की है कि वह अपनी सरकार को अमेरिका के साथ प्रस्तावित सैन्य समझौता नहीं करने देंगे। यह समझौता अमेरिकी सैनिकों को द्वीपीय देश के बंदरगाहों तक मुक्त आवाजाही की अनुमति देता है। राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने कहा कि वह ‘स्टेटस ऑफ फोर्सेज एग्रीमेंट’ (एसओएफए) के मसौदे के खिलाफ हैं जिसकी बातचीत दो देश अपने सैन्य संबंधों को और प्रगाढ़ करने के लिए कर रहे हैं।
इसे भी पढ़ें: अब कोई खतरा नहीं, पर्यटकों के लिए बिल्कुल सुरक्षित है श्रीलंका: अमरतुंगा
सिरिसेना पश्चिम झुकाव वाले प्रधामंत्री रॉनिल विक्रमसिंघे के रुख से एकदम विपरीत विचार रखते हैं। राष्ट्रपति ने एक जन रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मैं ऐसे किसी समझौते को मंजूरी नहीं दूंगा जो हमारी स्वतंत्रता और संप्रभुता को कमतर करता हो। वर्तमान में अनेक समझौतों पर बातचीत चल रही है जो हमारे देश के लिए हानिकार हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि मैं एसओएफए को मंजूरी नहीं दूंगा जो देश से विश्वासघात की बात कहता है। कुछ विदेशी ताकतें श्रीलंका को अपना अड्डा बनाना चाहती हैं। मैं उन्हें देश मेंआने और हमारी संप्रभुता को चुनौती देने की मंजूरी नहीं दूंगा। गौरतलब है कि श्रीलंका में अमेरिका की दिलचस्पी ऐसे वक्त में बढ़ रही है जब चीन वहां बंदरगाहों तथा अन्य निर्माण परियोजनाओं पर निवेश बढ़ा रहा है। ये चीन की महात्वाकांक्षी ‘बेल्ट एंड रोड़’ योजना की अहम कड़ी हैं।