श्रीलंका का राजनीतिक संकट उसका अंदरूनी मामला: चीन

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 29, 2018

बीजिंग। चीन ने सोमवार को बताया कि श्रीलंका में ‘‘राजनीतिक उठापटक’’ पर वह नजर बनाए हुए है। साथ ही उसने कहा कि यह श्रीलंका का अंदरूनी मामला है और उम्मीद जताई कि संबंधित राजनीतिक दल वार्ता और विचार-विमर्श के माध्यम से अपने मतभेदों को सुलझा सकते हैं। श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना द्वारा प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को बर्खास्त करने और चीन समर्थक पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री नियुक्त करने के बाद से वहां राजनीतिक संकट जारी है।

 

श्रीलंका में वर्तमान राजनीतिक संकट के बारे में पूछे जाने पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने यहां संवाददाताओं से कहा कि चीन संकट पर नजर बनाए हुए है। श्रीलंका में चीन ने काफी निवेश किया हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘चीन और श्रीलंका मित्र पड़ोसी हैं। श्रीलंका में बदलती स्थिति पर हम निगाह बनाए हुए हैं।’’ उन्होंने कहा कि चीन हमेशा दूसरे देशों के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने के सिद्धांत का पालन करता है। उन्होंने कहा, ‘‘श्रीलंका की स्थिति में बदलाव इसका अंदरूनी मामला है। हमारा मानना है कि श्रीलंका की सरकार में शामिल राजनीतिक दल और वहां के लोग इतने बुद्धिमान हैं कि इससे आसानी से निपट लेंगे।’’

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