By अनन्या मिश्रा | Jul 25, 2025
हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक यदि भाग्य रेखा जीवन रेखा से शुरू होकर उसी स्थान पर समाप्त हो जाए। तो ऐसे जातको को जीवन में सफलता पाने के लिए और धन के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है। ऐसी रेखा यह बताता है कि आपको जीवन में कई उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। वहीं करियर में भी समस्याएं आ सकती हैं। लेकिन कड़ी मेहनत से यह जातक जीवन में धन और सफलता हासिल करते हैं। भाग्य रेखा मणिबंध के पास जुड़ी हो, तो जातक का शुरुआती जीवन का भाग उसके पेरेंट्स और परिवार के सदस्यों की इच्छाओं पर आधारित होता है।
बता दें कि अगर भाग्य रेखा मणिबंध से शुरू होकर सीधे अपने स्थान यानी शनि के क्षेत्र में पहुंच जाए, तो यह अच्छा संकेत माना जाता है। इसका मतलब होता है कि यह लोग अपने जीवन में खूब कामयाबी हासिल करेंगे। इस तरह की रेखा को जीवन में सौभाग्य का सूचक भी माना जाता है। अगर किसी जातक की हथेली पर चंद्र क्षेत्र से भाग्य रेखा निकल रही है, तो यह लोग दूसरों की सहायता या प्रोत्साहन से जीवन में बड़ी सफलता हासिल करते हैं। ऐसे जातक राजनीति या फिर सामाजिक कार्यकर्ता बन सकते हैं।
यदि भाग्य रेखा सीधी हो और चंद्र क्षेत्र से कोई रेखा उसमें मिल जाती है। तो ऐसे जातकों को जिंदगी में महिला या फिर जीवनसाथी की सहायता से भाग्य में धन और सफलता दोनों प्राप्त करते हैं। ऐसी रेखा होने पर किसी के समर्थन या फिर सहायता के भरोसे नहीं रहना चाहिए। बल्कि इन लोगों को अपनी बुद्धि और कड़ी मेहनत से जीवन में सफलता पाने की कोशिश करनी चाहिए। यदि किसी महिला के हाथ में चंद्र क्षेत्र से इस तरह की रेखा भाग्य रेखा के पास पहुंचकर ऊपर की ओर चलने लगे। तो ऐसी महिला का जीवनसाथी धनवान होगा। जीवनसाथी के समर्थन से महिला को जीवन में उन्नति मिलेगी।
अगर जीवन रेखा के रास्ते किसी स्थान से कोई शाखा निकले, साथ ही वह शनि की बजाए किसी दूसरे ग्रह की तरफ चली जाए। तो इसका प्रभाव जातक के गुणों और भविष्य पर भी पड़ता है। जिस ग्रह के समीप भी रेखा गई है, उस ग्रह के गुणों के हिसाब से आप जीवन में आगे बढ़ेंगे। हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक यदि शनि की बजाए बृहस्पति क्षेत्र की तरफ भाग्य रेखा पहुंच जाए, तो जातक ज्ञानी हो सकता है। वह समाज में सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त करता है।
ऐसे जातक अपनी योग्यता और मेहनत से भविष्य में सरकारी नौकरी में बड़े अधिकारी बन सकते हैं। इस तरह की रेखा को सफलता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। अगर भाग्य रेखा हृदय रेखा से जुड़कर बृहस्पति के क्षेत्र तक पहुंच जाए, तो यह लोग अपनी लव लाइफ के कारण बड़ी कामयाबी हासिल करते हैं। इनको जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं होती है।