सुखजिन्दर सिंह रंधावा और परगट सिंह द्वारा लोक गायिका गुरमीत बावा के देहांत पर गहरा दुख प्रकट

By विजयेन्दर शर्मा | Nov 21, 2021

चंडीगढ़। उप मुख्यमंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा और उच्च शिक्षा एवं भाषाओं बारे मंत्री परगट सिंह ने प्रसिद्ध लोक गायिका गुरमीत बावा के देहांत पर गहरा दुख प्रकट किया है।


उप मुख्यमंत्री स. रंधावा ने कहा कि गुरमीत बावा वह बुलंद आवाज़ थी जिसने अपने साफ़ सुथरे और अर्थपूर्ण गायन के द्वारा आधी सदी से अधिक पंजाबी लोक संगीत की सेवा की। उन्होंने कहा कि गुरमीत बावा अपनी लम्बी हेक के लिए जानी जाती थीं। स. परगट सिंह ने कहा कि गुरमीत बावा ने पंजाबी मातृभाषा, सभ्याचार और लोक संगीत की लम्बे समय तक सेवा की है। इस लोक गायिका के चल जाने से पंजाबी लोक गायन को अपूरणीय क्षति हुई है।


स. रंधावा और स. परगट सिंह ने दिवंगत आत्मा की शांति और पीछे परिवार को ईश्वरीय आदेश मानने का बल प्रदान करने की अरदास करते हुए गुरमीत बावा के परिवार, सगे-संबंधियों और प्रशंसकों के साथ दुख भी साझा किया।

 

पंजाबी लोक गायिका गुरमीत बावा का आज निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रही थीं। जानकारी के अनुसार शनिवार रात को गुरमीत बावा की तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद उन्हें अमृतसर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। 77 साल की गुरमीत बावा ने अपनी आखिरी सांस अस्पताल में ही ली। गुरमीत बावा के निधन से संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। गुरमीत बावा का पंजाबी लोक गायन में 45 सेकेंड की हेक का रिकॉर्ड था। गुरमीत ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान अपने करियर में प्राप्त किए थे। वह 'जुगनी' गाने वाले सिंगर्स में से एक थीं। साथ ही गुरमीत बावा पहली पंजाबी महिला सिंगर थीं, जिन्होंने दूरदर्शन पर गाने गाए थे। 


गुरमीत बावा ने पंजाबी लोक गायक किरपाल बावा से शादी की थी। दोनों की तीन बेटियां हैं। 1991 में पंजाब सरकार ने उन्हें केंद्रीय अवॉर्ड से सम्मानित किया था। इसके अलावा उन्हें पंजाब नाटक अकादमी से संगीत पुरस्कार, मध्यप्रदेश की सरकार से राष्ट्रीय देवी अहिल्या अवॉर्ड और पंजाबी लैंग्वेज डिपार्टमेंट से शिरोमणि गायिका अवॉर्ड से नवाजा गया था। गुरमीत बावा का यूं जाना संगीत जगह के लिए बड़ी क्षति है।

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