पवार के गढ़ में भाजपा का प्रवेश रोकने की कोशिश में जुटी हैं सुप्रिया सुले

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 01, 2019

पुणे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की नेता सुप्रिया सुले 2014 में ‘मोदी लहर’ के बावजूद अपनी सीट बचाने में कामयाब रहीं और इस आम चुनाव में भी वह भाजपा को अपने पिता शरद पवार का गढ़ माने जाने वाले बारामती में सेंध लगाने से रोकने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही हैं। सुले 2014 में भाजपा के सहयोगी दल राष्ट्रीय समाज पक्ष (आरएसपी) के महादेव जंकर से 70 हजार वोटों के मामूली अंतर से जीती थीं।

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने लोकसभा चुनाव 2019 में महाराष्ट्र की कुल 48 में से 45 सीटों पर जीत का लक्ष्य रखा है। इनमें पवार परिवार का गढ़ बारामती भी शामिल है। भगवा पार्टी ने बारामती से इस बार अपने चुनाव चिह्न पर उम्मीदवार खड़ा कर राकांपा को कड़ी टक्कर देने की अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है। राकांपा 1999 से ही बारमती सीट से जीत रही है। 

इसे भी पढ़ें: हरिद्वार में शाम को होने वाली गंगा आरती की भव्य और दिव्य झलकियाँ देखिये

 

2014 में राकांपा प्रमुख शरद पवार की बेटी सुले ने जंकर को 70 हजार वोटों से हराया था। कहने को तो यह अच्छी जीत थी लेकिन 2009 के मुकाबले यह अंतर बेहद मामूली था। 2009 में जीत का अंतर तीन लाख वोटों से ज्यादा था। इस बार चुनाव में भाजपा ने दौंड से आरएसपी विधायक राहुल कुल की पत्नी कंचन कुल को सुले के खिलाफ बारामती से अपना उम्मीदवार बनाया है। सुले इसबार चुनाव जीतने और अपने गढ़ को बचाए रखने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही हैं।

प्रमुख खबरें

Romantic Relationship Tips । शारीरिक जरूरतों पर पार्टनर से चर्चा करना क्यों जरुरी, इसके रिश्ते को होंगे क्या फायदे?

SRH vs LSG IPL 2024: सनराइजर्स हैदराबाद और लखनऊ के बीच भिड़ंत, यहां देखें दोनों की प्लेइंग 11

ऑस्ट्रेलिया में भारतीय छात्र की चाकू मारकर हत्या, हरियाणा के दो भाई गिरफ्तार

मुझसे माफी मांगी जानी चाहिए, पाकिस्तानी सेना के बयान पर इमरान ने किया पलटवार