By रेनू तिवारी | Dec 20, 2025
स्टार बल्लेबाज़ तिलक वर्मा ने भारत के T20I कप्तान सूर्यकुमार यादव का साथ दिया है, जो T20I क्रिकेट में खराब दौर से गुज़र रहे हैं। वर्मा का यह कमेंट तब आया जब भारत ने नरेंद्र मोदी स्टेडियम में साउथ अफ्रीका को 30 रनों से हराकर पांच मैचों की T20I सीरीज़ 3-1 से जीत ली। 2025 में, सूर्यकुमार यादव को T20I क्रिकेट में रन बनाने में मुश्किल हुई है। इस दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 21 मैचों में 13.62 के खराब औसत से 218 रन बनाए हैं। सूर्यकुमार यादव ने इस साल T20I क्रिकेट में एक भी अर्धशतक नहीं लगाया।
सूर्यकुमार यादव पिछले लंबे समय से रन बनाने के लिए जूझ रहे हैं लेकिन उनके साथी खिलाड़ी तिलक वर्मा ने उनका समर्थन करते हुए कहा कि भारत के टी20 कप्तान को अपनी उस खोई हुई लय को फिर से हासिल करने के लिए केवल एक पारी की जरूरत है, जिससे वह कभी गेंदबाजों पर हमलावर की तरह हावी होते थे।
तिलक ने जसप्रीत बुमराह और वरुण चक्रवर्ती को टीम का भरोसेमंदगेंदबाज बताया, जिन्होंने शुक्रवार को यहां दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांचवें और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भारत की 30 रन की और श्रृंखला में 3-1 से जीत में अहम भूमिका निभाई। तिलक ने मैच के बाद सूर्यकुमार को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब में पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं उनसे बस यही कह रहा था कि कुछ गेंदों को सहजता से खेलें। बस थोड़ा इंतजार करें। आपको क्रीज पर थोड़ा समय बिताना होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर उन्हें वह आत्मविश्वास हासिल हो जाता है तो हम सभी जानते हैं कि वह कितने खतरनाक साबित हो सकते हैं। इसलिए मुझे लगता है कि इस समय अगर वह कुछ गेंदों का सामना करते हैं, तो मैं उन्हें यह नहीं कहूंगा कि वह फील्डर के ऊपर से शॉट लगाने की कोशिश करे।’’ भारतीय पारी में 73 रन बनाने वाले तिलक ने कहा, ‘‘लेकिन मैं उनसे यही कह रहा था कि वह खाली स्थानों पर खेलने की कोशिश करें। अगर आप ऐसा करने में सक्षम हो जाते हैं तो आपका आत्मविश्वास बढ़ता है और आपको मैदान का अच्छा अंदाजा लग जाता है। उसके बाद आप अपने शॉट खेल सकते हो। उन्हें बस एक अच्छी पारी की जरूरत है और फिर हम सभी को पता चल जाएगा कि वह कितने खतरनाक हो सकते हैं।’’
भारत के लिए सूर्यकुमार का प्रदर्शन भले ही कुछ खास न रहा हो, लेकिन आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए उन्होंने लगातार 16 पारियों में कम से कम 25 रन बनाए। भारत की तरफ से खेलते हुए2025 में टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। उन्होंने 19 पारियों में 13.62 की औसत से सिर्फ 218 रन बनाए हैं और एक भी अर्धशतक नहीं लगाया है। तिलक ने कहा कि बुमराह और चक्रवर्ती इस प्रारूप में भारत के सबसे भरोसेमंद गेंदबाज हैं। चक्रवर्ती ने अंतिम मैच में चार जबकि बुमराह ने दो विकेट लिए।
तिलक ने कहा, ‘‘अन्य तेज गेंदबाजों की तुलना में हम सभी जानते हैं कि जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी में एक अलग ही धार है। उसी तरह मैं यह भी कहूंगा कि वरुण चक्रवर्ती की गेंदबाजी में भी कुछ खास बात है, जिससे वह कभी भी विकेट ले सकते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब भी टीम को विकेट की जरूरत होती है, ये दोनों भरोसेमंद गेंदबाज होते हैं। वे अपेक्षा पर पूरी तरह से खरा उतरते हैं। वरुण ने पूरी श्रृंखला में यह साबित किया है। खासकर आज जब हम दबाव में थे, तब उन्होंने एक ही ओवर में दो विकेट लिए।