By अनन्या मिश्रा | Dec 16, 2025
सर्दियों के मौसम में हमारी स्किन को सबसे ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है। खासकर पैरों को। सर्दियां बढ़ते ही कई लोगों की एड़ियां फटने लगती हैं। क्योंकि मौसम में नमी की कमी हो जाती है और पैरों की स्किन सूख जाती है। यही सूखापन आगे चलकर दर्द भरी दरारों में बदल जाती हैं। जिसके कारण चलने-फिरने में परेशानी होने लगती है। वहीं ठंडी हवा जैसे-जैसे नमी खींचती है, पैरों की मोटी स्किन और ज्यादा तेजी से डिहाइड्रेट होने लगती है।
वहीं एड़ियों की स्किन वैसे भी थोड़ी कठोर होती है, इसलिए सूखते ही एड़ियां फटने लगती हैं। लंबे समय तक खड़े रहना, खुली चप्पल पहनना, बढ़ती उम्र या मोटापा यह सब इस समस्या को अधिक बढ़ा देते हैं। फटी एड़ियों के शुरूआती लक्षणों में हल्की परतें उतरना, रूखी और सख्त स्किन, पतली या गहरी दरारें और चलने में दर्द शामिल होना है। इस बार जगह-जगह पर लालपन या हल्का खून तक दिखने लगता है।
सर्दियों के मौसम में मॉइस्चराइजिंग सबसे जरूरी है। मोटे और गाढ़े फुट-क्रीम जैसे ग्लिसरीन, यूरिया, शिया बटर या पेट्रोलियम जेली वाली क्रीम आपकी एड़ियों को नरम रखने में मदद करती है। आप नहाने के फौरन बाद क्रीम लगाने से नमी देर तक टिकती है।
वहीं पैरों को हल्के गर्म पानी में भिगोने से स्किन नरम होती है। जिससे एक्सफोलिएट करना आसान हो जाता है। करीब 10-15 मिनट गर्म पानी में पैरों को भिगोने के बाद प्यूमिक स्टोन से धीरे-धीरे डेड स्किन को हटाएं। ध्यान रखें कि पैरों को ज्यादा न रगड़ें, वरना दरारें बढ़ सकती हैं।
बता दें कि हील बाम साधारण क्रीम से कहीं ज्यादा असरदार होती है। यह पैरों की दरारों को जल्दी भरने में मदद करती है और रात भर स्किन को गहराई से पोषण देने का काम करती है। रात में सोने से पहले हील बाम लगाने से एड़ियां पहले से कहीं बेहतर लगेंगी।
इस क्रीम को लगाने के बाद सूती मोजे पहनें। इससे नमी बंद रहती है और आपके पैरों में धूल-मिट्टी भी नहीं चिपकती है। वहीं एड़ियों पर भी घर्षण कम होता है।
फुटवियर भी एड़ियों को फटने से रोकने में बड़ी भूमिक निभाता है। सर्दियों में बंद और सांस लेने वाले जूते पहनने चाहिए। इससे एड़ियां ठंडी और हवा से बचती हैं। वहीं पतले या सख्त तलवे वाले जूते पहनने से एड़ियों पर दबाव बढ़ता है।
अगर आपकी एड़ियां काफी ज्यादा फट गई हैं और आपको चलने में दर्द होता है या हल्का इंफेक्शन दिख रहा है। तो आप इस स्थिति में स्किन एक्सपर्ट या फुट केयर एक्सपर्ट से सही इलाज लें।