अरुणाचल प्रदेश में प्रकृति की वादियों में लीजिये पयर्टन का मजा

By रेनू तिवारी | Feb 19, 2018

खिलखिलाते फूल, बर्फ की सफेद चादर से ढंकी पहाड़ों की चमचमाती चोटी, खूबसूरत वादियां, जंगल के पत्तों की सरगोशियां, तंग जगहों से पानी का घुमावदार बहाव, बौद्ध साधुओं के भजन की पावन ध्वनि और उनका अतिथि-सत्कार...। अगर वाकई आप इन सब चीजों के बीच हैं, तो यकीन जानिए, आप अरुणाचल प्रदेश में हैं। भारत के हिल स्‍टेशन में अरुणाचल प्रदेश के हि‍ल स्‍टेशन एक खास भूमि‍का अदा करते हैं। ऐसे में अगर आप इन सर्दियों में हिल स्‍टेशन घूमने का प्‍लान कर रहे हैं तो यहां जा सकते हैं। विविध प्रकार की वनस्पति और जीव-जंतु अरुणाचल प्रदेश की मुख्य विशेषता है। वास्तव में इस प्रदेश की यात्रा एक जादुई एहसास कराती है और दिल में हमेशा-हमेशा के लिए जगह बना लेती है।

आर्किड का स्वर्ग 

 

अरुणाचल प्रदेश को भारत का आर्किड स्वर्ग भी कहते हैं। यहां 500 से ज्यादा प्रजाति के आर्किड पाए जाते हैं, जो कि पूरे भारत में पाए जाने वाली आर्किड प्रजाति का आधा है। इनमें से कुछ दुर्लभ और संकटग्रस्त प्रजाति के आर्किड भी हैं।

 

अरुणाचल प्रदेश और उसके आसपास मुख्य पर्यटन स्थल

 

‘इटानगर’ किलो का शहर

अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर भी हिल स्‍टेशन के रूप में प्रसिद्ध है। यह इलाका कई ट्रेकिंग वे के लिए जाना जाता है। ईटानगर में सर्दियों में घूमने का अलग ही मजा है। ईटानगर में पर्यटक ईटा किला भी देख सकते हैं। इस किले का निर्माण 14-15वीं शताब्दी में किया गया था। इसके नाम पर ही इसका नाम ईटानगर रखा गया है। यहां बना इटा किला पयर्टकों को अपनी ओर आकर्षि‍त करता है। इसके अलावा गोम्पा बौद्ध मंदिर, ईटानगर संग्राहलय जैसे यहां कई आकर्षण हैं। यहां जाने के लिए गुवाहाटी से पयर्टक हवाई सफर या फिर बस सफर को चुन सकते हैं।  

 

‘पासीघाट’ वॉटर स्‍पोर्ट

पासीघाट अरुणाचल प्रदेश राज्य के पूर्वी सियांग ज़िले में 1911 के दौरान स्‍थापित किया गया एक नगर है। पर्यटकों के बीच यह जगह वॉटर स्‍पोर्ट के लिए काफी पॉपुलर है। समुद्रतल से 155 मीटर की ऊंचाई पर बने पासीघाट की मनोरम पहाड़ियों में घूमना काफी अच्‍छा लगता है। फोटोग्राफी के लिए सिआंग नदी के किनारे घनी हरियाली का नजारा बहुत ही खूबसूरत लगता है। यहां जंगली वन्यजीव अभयारण्य, मॉलिंग नेशनल पार्क और जेनगिंग आदि रोमांचक जगहें हैं।


विश्व धरोहर स्‍थल ‘जीरो’

अगर आप विश्व धरोहर स्‍थल और खूबसूरत हिल स्‍टेशन घूमना चाहते हैं तो फिर अरुणाचल प्रदेश का जीरो एक अच्‍छी जगह सा‍बि‍त होगा। जीरो का सुंदर पाइन ग्रोव बेहद खूबसूरत प‍िकनिक स्‍थल है। जीरो हिल स्‍टेशन इटानगर से 115 किलोमीटर के दायरे में फैला है। यह जि‍तना ज्‍यादा खूबसूरत है उतना ही पयर्टकों की भीड़ कम होने से शांत रहता है। इतना ही नहीं जीरो में ब्‍यूटी हाई एल्टीट्यूड फिश फार्म देखे जा सकते हैं।

 

तवांग ‘रहस्यमयी और जादुई खूबसूरती’

तवांग भारत के अरुणाचल प्रदेश में पहाड़ों के बीच में बसा है। तवांग काफी छोटा जिला है लेकिन इसकी रहस्यमयी और जादुई खूबसूरती देखते ही बनती है। यहां की सुंदर वादियों में घूमने का एक अलग ही मजा है। यहां सूर्योदय के समय निकलने वाली पहली किरणों के बीच बर्फ से ढकी चोटि‍यां बेहद खूबसूरत लगती हैं। यहां पर पयर्टकों को घूमने के दौरान धर्म और संस्कृति का एक अनोखा रूप देखने को मिलता है।

 

अरुणाचल प्रदेश में एडवेंचर टूरिज्म 

अगर आपको एडवेंचर पसंद है तो फिर अरुणाचल प्रदेश में आपके लिए काफी अवसर हैं। ट्रेकिंग, रीवर राफ्टिंग और एंगलिंग (कांटा लगा कर मछली पकड़ना) यहां की तीन प्रमुख एडवेंचर गतिविधियां हैं। अरुणाचल प्रदेश के कई स्थान ट्रेकिंग के लिए काफी उपयुक्त हैं। यहां ट्रेकिंग करने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मई तक रहता है। रीवर राफ्टिंग ट्रिप का अयोजन कमेंग, सुबनसिरी, दिबांग और सियांग नदी पर किया जाता है। साथ ही एंगलिंग उत्सव का आयोजन भी पूरे राज्य में होता है।

 

- रेनू तिवारी

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