जी हाँ, चाय की चुस्कियां बना सकती हैं आपका कॅरियर भी!

By मिताली जैन | Sep 07, 2017

भारत में ऐसे बहुत से लोग हैं, जिनकी सुबह चाय की चुस्कियों के साथ ही होती है। एक कप बेहतरीन चाय उनका पूरा दिन बना देती है। वे चाय के स्वाद के साथ किसी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं करते। जिसके कारण टी इंडस्ट्री काफी तेजी से ग्रोथ कर रही है। शायद आपको पता न हो लेकिन दुनिया में चाय का उत्पादन करने वाले देशों में भारत अग्रणी स्थान पर है। इतना ही नहीं, चाय की खपत में भी भारत सबसे आगे है। ऐसे में अगर आप भी चाय की चुस्कियां लेते हुए अपना कॅरियर बनाना चाहते हैं तो बतौर टी टेस्टर अपना एक बेहतरीन भविष्य देख सकते हैं।

क्या होता है काम

टी टेस्टर का मुख्य काम चाय का परीक्षण करना होता है। वह सिर्फ चाय को टेस्ट करके सिर्फ उसके स्वाद को ही नहीं पहचानता, बल्कि अन्य कंपनियों की चाय के स्वाद में अंतर भी बताता है। जब वह चाय के स्वाद का तुलनात्मक परीक्षण करता है तो अपनी कंपनी की चाय को बेहतर बनाने के हर संभव तरीकों का सुझाव भी पेश करता है। साथ ही वह लोगों की रूचि को ध्यान में रखते हुए चाय की चुस्कियों को बेहतर बनाने का हरसंभव प्रयास करता है। 

 

स्किल्स

इस क्षेत्र में भविष्य देख रहे छात्रों की स्वाद ग्रंथि व सुंगध पहचानने की क्षमता बेहतर होनी चाहिए। साथ ही आपका प्रकृति प्रेमी होना भी बेहद आवश्यक है। आपको चाय बागान में चाय उगाने और उसे तैयार करने की प्रक्रिया के बारे में भी विस्तृत जानकारी होनी चाहिए ताकि वह आवश्यक बदलाव करके संबंधित ब्रांड को अधिक बेहतर बना पाए। साथ ही उसे चाय बाजार और लोगों के टेस्ट की भी जानकारी होनी चाहिए। तभी वह अपने ब्रांड व अपने कॅरियर को एक नई उंचाई दे पाएगा। इन सबके अतिरिक्त आपका शारीरिक रूप से स्वस्थ व बारीक से बारीक बदलाव को भी पहचानने की क्षमता होनी चाहिए। इस क्षेत्र में सफल होने के लिए आपके वैज्ञानिक ज्ञान के अतिरिक्त प्रैक्टिस करना भी बेहद आवश्यक है तभी आप चाय के स्वाद को बेहतर तरीके से पहचान पाएंगे।


योग्यता

यूं तो इस क्षेत्र में कोई प्रोफेशनल कोर्स उपलब्ध नहीं है, लेकिन फिर भी अपनी क्षमताओं, गुणों व वैज्ञानिक ज्ञान को निखारने के लिए आप संबंधित संस्थानों से डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं। इसके लिए आपका ग्रेजुएट होना आवश्यक है। इसके अतिरिक्त आप फूड साइंस, हॉर्टिकल्चर, एग्रीकल्चर साइंस या बॉटनी में शैक्षिक योग्यता प्राप्त करके भी इस क्षेत्र में कदम बढ़ा सकते हैं। 

 

संभावनाएं

टी टेस्टिंग का कॅरियर एक उभरता हुआ क्षेत्र है, इसलिए अभी तक लोगों को इसकी बहुत अधिक जानकारी नहीं है। ऐसे में यहां पर जॉब की ढेरों संभावनाएं मौजूद हैं। इस क्षेत्र में अपना भविष्य देख रहे छात्र हॉस्पिटेलिटी और बड़े−बड़े होटलों में भी जॉब देख सकते हैं। वर्तमान में, फाइव स्टार होटलों में भी टी टेस्टर की डिमांड होती है। इसके अतिरिक्त टी मैन्युफैक्चरिंग कंपनी तो हमेशा ही एक स्पेशलाइज्ड टी टेस्टर की ताक में रहती है। आप चाहें तो कंसल्टेंसी सर्विसेज में भी हाथ आजमा सकते हैं।


आमदनी

जब आप बतौर ट्रेनी काम करते हैं तो आपको पांच हजार से दस हजार रूपए प्रतिमाह मिलते हैं। वहीं थोड़े अनुभव के पश्चात् आपकी सैलरी 25000 से 30000 रूपए प्रतिमाह हो सकती है। इस क्षेत्र में अनुभव के साथ−साथ सैलरी भी बढ़ती जाती है। एक स्पेशलाइज्ड टी टेस्टर और टी सोमेलियर चालीस हजार से पचास हजार रूपए प्रतिमाह कमा सकता है। 

 

प्रमुख संस्थान

द टी टेस्टर एकेडमी, केरल

टी समालियर एकेडमी, ग्वालियर

दार्जिलिंग टी रिसर्च सेंटर, दार्जिलिंग

दार्जिलिंग टी रिसर्च एंड मैनेजमेंट एसोसिएशन, दार्जिलिंग

इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ प्लांटेशन मैनेजमेंट, बेंगलुरू

 

मिताली जैन

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