By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 20, 2025
हरियाणा सरकार ने 19 वर्षीय शिक्षिका की मौत पर व्यापक जनाक्रोश के बीच मंगलवार को भिवानी और चरखी दादरी जिलों में 48 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट, ‘बल्क एसएमएस’ और डोंगल सेवाओं को निलंबित करने का आदेश दिया।
‘प्लेस्कूल’ की शिक्षिका मनीषा का शव 13 अगस्त को भिवानी के एक खेत में मिला था। वह 11 अगस्त को स्कूल से निकलने के बाद कथित तौर पर एक नर्सिंग कॉलेज में दाखिले के बारे में पूछताछ करने गई थी। इसके बाद से वह लापता थी।
पुलिस ने सोमवार को दावा किया कि उनकी जांच के अनुसार, लड़की ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। भिवानी में उसके पिता संजय ने मंगलवार को इस निष्कर्ष को खारिज कर दिया तथा ‘न्याय’ की मांग करते हुए शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया।
संजय ने कहा, ‘‘प्रशासन कह रहा है कि मेरी बेटी ने आत्महत्या की है। लेकिन मैं कह सकता हूं कि वह कभी आत्महत्या नहीं कर सकती। मुझे न्याय चाहिए।’’ शिक्षिक की मौत पर विरोध प्रदर्शन जारी रहा और कानून-व्यवस्था के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कुछ नेता भी मामले में कूद पड़े, लेकिन सोमवार को मौत के मामले में एक ‘सुसाइड नोट’ (आत्महत्या से पहले लिखा गया पत्र) सामने आने से जांच का रुख बदल गया।
भिवानी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सुमित कुमार ने बताया कि मनीषा के शव के पास एक बैग में पत्र मिला था, जिसमें उसका आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज भी थे। उन्होंने यह भी बताया कि मनीषा द्वारा कीटनाशक खरीदने के सबूत भी मिले हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘विसरा के नमूने में शरीर में कीटनाशक की मौजूदगी की पुष्टि हुई है..।’’ पुलिस ने यह भी कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी भी प्रकार के यौन उत्पीड़न की संभावना से इनकार किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि उसकी आंत और गुर्दे में ‘ऑर्गेनोफॉस्फोरस’ नामक रसायन पाया गया, जो उसकी मौत का संभावित कारण है।
इस बीच, ग्रामीणों ने भी नवीनतम निष्कर्षों पर सवाल उठाए और विरोध स्वरूप भिवानी में एक प्रमुख सड़क को अवरुद्ध करना जारी रखा। कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि राज्य सरकार और पुलिस की भूमिका लापरवाह और गैर-जिम्मेदाराना रही है तथा पूरे मामले को आत्महत्या साबित करने का दुर्भाग्यपूर्ण प्रयास किया जा रहा है।