By रेनू तिवारी | Nov 07, 2025
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर एयर ट्रैफ़िक कंट्रोल सिस्टम में आई गड़बड़ी महज़ एक तकनीकी खराबी नहीं थी, बल्कि ऑटोमेशन सॉफ़्टवेयर में मैलवेयर के कारण हुए ओवरलोड का नतीजा हो सकती है, इस मामले से जुड़े सूत्रों ने CNN-News18 को बताया है। सूत्रों का कहना है कि एजेंसियाँ इस बात की जाँच कर रही हैं कि क्या यह खराबी ऑटोमेशन सॉफ़्टवेयर में हुई थी। सूत्रों का कहना है कि सॉफ़्टवेयर टकराव और संभावित मैलवेयर घुसपैठ के प्रयासों को संभालने की कोशिश कर रहा था। सूत्रों ने आगे कहा, "यह सिस्टम इंटरफ़ेस या रडार सिंक्रोनाइज़ेशन मॉड्यूल को भी निशाना बना रहा है।"
हवाई अड्डे पर सभी विमानन कंपनियों की उड़ानों के परिचालन प्रभावित हुए हैं और अधिकारी खामी को ठीक करने के लिए काम कर रहे हैं। विमानन कंपनियों इंडिगो, एअर इंडिया, स्पाइसजेट और अकासा एयर ने शुक्रवार को कहा कि हवाई यातायात नियंत्रण प्रणाली में तकनीकी खामी के कारण दिल्ली हवाई अड्डे पर उनकी उड़ानों में देरी हो रही है। राष्ट्रीय राजधानी का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीआईए) प्रतिदिन 1,500 से अधिक उड़ानों का संचालन करता है और देश का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने कहा कि दिल्ली हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन में देरी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि ‘ऑटेमैटिक मैसेज स्विचिंग सिस्टम’ (एएमएसएस) में तकनीकी खामी आ गई है, जो हवाई यातायात नियंत्रण डेटा को सहयोग देता है। सरकारी स्वामित्व वाला एएआई हवाई यातायात नियंत्रण और नेविगेशन सेवाएं प्रदान करता है। उसने कहा कि तकनीकी टीमें जल्द से जल्द प्रणाली को बहाल करने के लिए काम कर रही हैं।
दिल्ली हवाई अड्डे का संचालन दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (डायल) करता है। डायल ने अपराह्न एक बजकर 42 मिनट पर ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘दिल्ली हवाई अड्डे पर सभी एयरलाइन के परिचालन में फिलहाल देरी हो रही है। संबंधित अधिकारी इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान निकालने के लिए काम कर रहे हैं।’’ सूत्रों के अनुसार, बोर्डिंग गेट के पास लंबी कतारें लगी हुई हैं और सैकड़ों यात्री हवाई अड्डा टर्मिनल के अंदर उड़ान की जानकारी के लिए इंतज़ार कर रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि बृहस्पतिवार शाम से तकनीकी समस्याओं के कारण हवाई यातायात नियंत्रक स्वचालित रूप से उड़ान योजनाएं प्राप्त करने में असमर्थ हैं। उन्होंने बताया कि एएमएसएस में कुछ समस्याएं हैं, जो ऑटो ट्रैक सिस्टम (एएमएस) के लिए सूचना उपलब्ध कराता है, जो उड़ान योजनाएं प्रदान करता है। सूत्रों ने बताया कि प्रणाली में जारी समस्याओं के कारण हवाई यातायात नियंत्रक उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर मैन्युअल रूप से उड़ान योजनाएं तैयार कर रहे हैं, जिसमें समय लगता है और इसके परिणामस्वरूप कई उड़ानें विलंबित हो रही हैं।
उड़ानों पर नजर रखने वाली एक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी से पता चला है कि हवाई अड्डे पर लगभग 300 उड़ानें विलंबित हैं और दिल्ली हवाई अड्डे पर प्रस्थान करने वाली उड़ानों में देरी लगभग 50 मिनट की है। विमानन कंपनी इंडिगो ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘एयर ट्रैफिक कंट्रोल डेटा का समर्थन करने वाले ऑटोमैटिक मैसेज स्विचिंग सिस्टम (एएमएसएस) में तकनीकी खामी के कारण, दिल्ली हवाई अड्डे और उत्तरी क्षेत्र के कुछ अन्य हवाई अड्डों पर सभी एयरलाइन की उड़ानों में देरी हो रही है।