By अभिनय आकाश | Jun 16, 2023
कितनी मामूली हसरतें होती है एक साधारण आदमी की। मेहनत के पसीने से बरक्कत की दो रोटियां, गुजारे लायक छत, बच्चों को तालीम मिल जाए और सोते हुए खिड़कियों के कांच का टूट जाने का अंदेशा ना हो। डर न लगे घर से बाहर निकलते हुए धर्म के नाम पर उठाई हुई दीवार चकनाचूड़ ना कर दे आदमी होने का भ्रम। नरसंहार की क्या परिभाषा हो सकती है? इंसान को इंसान से बेपनाह नफरत सिखाने की पाठशाला। मानवता को दुत्कारने का खुला निरंकुश मंच या एक जादुई मशीन जिसमें एक तरफ से मनुष्य डालों तो दूसरी तरफ से कसाई निकलता है। यहूदियों पर जर्मनी के किए नरसंहार के बारे में तो आपके खूब पढ़ा और सुना होगा। जब साठ लाख लोगों की लाशें दुनिया को देखने को मिली थी। लेकिन आपने कभी इंडियन होलोकास्ट के बारे में सुना है।
क्या है मुसलमानों द्वारा 80 मिलियन हिंदू लोगों को मौत के घाट उतारने की कहानी। इस्लाम का विस्तार और गजवा ए हिंद के कंसेप्ट के पीछे की मंशा क्या है। कोई इस पर चर्चा भी करना चाहे तो उसे साम्प्रदायिक या इस्लामोफोबिक बताकर खारिज कर दिया जाता है। लेकिन जिनके दिल में भारत को फतह करने का सपना पल रहा है वो हर वक्त किसी ना किसी तरह अपने मंसूबों को पूरा करने की साजिश में लगे रहते हैं। आप अपने देश से प्यार जरूर करते होंगे। हर कोई अपने देश से प्यार करता है।
इसलिए आज आपको ये रिपोर्ट पढ़नी ही चाहिए और साथ ही साथ इस तथ्य से और लोगों को भी अवगत कराना चाहिए। इंडियन होलोकास्ट, इस्लाम के विस्तार की कहानी, जिहाद छेड़े जाने वाली मंशा और गजवा ए हिंद के कन्सेप्ट को समझने के लिए हमने कई रिपोर्ट्स को खंगाला और रिसर्च करके पूरे मामले की तह तक पहुंचने के बाद आपके लिए ये पूरा रिपोर्ट तैयार किया है।