By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 29, 2019
नागपुर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने बृहस्पतिवार को कहा कि पुराने समय में मंदिर सामाजिक जीवन और लोगों को एकजुट करने का केंद्र हुआ करते थे। उन्होंने कहा कि इस दौर में भी मंदिर को उसी भावना के साथ बनाया जाना चाहिए।
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शहर में एक राम मंदिर के सौ साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि धर्म का मतलब पूजा नहीं है बल्कि यह समाज को एकजुट करने और एक साथ लाने का माध्यम है।