By अंकित सिंह | Aug 08, 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर टैरिफ लगाने से उत्पन्न चिंता और विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी के कारण शुक्रवार को प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट आई और सेंसेक्स 765.47 अंक या 0.95 प्रतिशत गिरकर 79,857.79 अंक पर बंद हुआ। वहीं, 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 232.85 अंक या 0.95 प्रतिशत गिरकर 24,363.30 पर आ गया। साप्ताहिक आधार पर, निफ्टी में 0.8 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि सेंसेक्स में 0.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। एक रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल 2020 के बाद से बेंचमार्क सूचकांकों में यह सबसे लंबी गिरावट का सिलसिला है।
सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से भारती एयरटेल, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। हालांकि, एनटीपीसी, टाइटन, ट्रेंट, आईटीसी और बजाज फिनसर्व के शेयरों में तेजी का रूख रहा। शेयर बाजार से मिले आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 4,997.19 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 10,864.04 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।
अमेरिका की तरफ से भारतीय आयात पर घोषित शुरुआती 25 प्रतिशत शुल्क बृहस्पतिवार से लागू हो गए। वहीं रूसी तेल खरीदने पर अलग से लगाए गए 25 प्रतिशत शुल्क 27 अगस्त से लागू होने वाले हैं। एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की सूचकांक सकारात्मक दायरे में बंद हुआ, जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग गिरावट के साथ बंद हुए। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर कारोबार में ज्यादातर बढ़त मेंथे। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए थे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.59 प्रतिशत बढ़कर 66.82 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। बृहस्पतिवार को सेंसेक्स 79.27 अंक बढ़कर 80,623.26 अंक और निफ्टी 21.95 अंक चढ़कर 24,596.15 अंक पर रहा था।