By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 19, 2016
अहमदाबाद। भाजपा नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने चेताया है कि यदि वस्तु एवं सेवा कर नेटवर्क (जीएसटीएन) कंपनी में निजी इकाइयों के बहुलांश हिस्सेदारी के ढांचे में बदलाव नहीं किया गया, तो वह इस मामले में उच्चतम न्यायालय जाएंगे। पूर्व विधि मंत्री स्वामी ने उनकी इस मांग को पूरा करने के लिए 31 अक्तूबर की समयसीमा तय की है।
स्वामी ने मंगलवार को कहा, ‘‘आप विदेशी नियंत्रण वाली निजी इकाइयों एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक को रिजर्व बैंक और भारतीय स्टेट बैंक के साथ बदलें। वित्त मंत्री अरुण जेटली इस मांग से सहमत नहीं हैं और वह कहते हैं कि पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम द्वारा तय चीजें जारी रहेंगी। स्वामी ने यहां निरमा विश्वविद्यालय के एक समारोह के मौके पर अलग से संवाददाताओं से कहा, ‘‘यदि जेटली 31 अक्तूबर तक इस गलती को नहीं सुधारते हैं, तो मैं उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर करूंगा।’’ जीएसटीएन में सरकार की 24.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इतनी ही हिस्सेदारी राज्यों के पास है। शेष 51 प्रतिशत हिस्सेदारी गैर सरकारी वित्तीय संस्थानों के पास है।