By रेनू तिवारी | Dec 13, 2024
विक्रांत मैसी की फिल्म 'द साबरमती रिपोर्ट' की जेएनयू में स्क्रीनिंग के दौरान पथराव हुआ है। और एबीवीपी ने वामपंथी कार्यकर्ताओं परइसका आरोप लगाया है। गुरुवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में विक्रांत मैसी की फिल्म 'द साबरमती रिपोर्ट' की स्क्रीनिंग के दौरान पथराव किया गया। एबीवीपी ने आरोप लगाया कि वामपंथी छात्र हमेशा एबीवीपी के कार्यक्रमों में बाधा डालते हैं। स्क्रीनिंग के दौरान जमकर हंगामा हुआ। फिल्म की स्क्रीनिंग के विरोध में फिल्म के पोस्टर फाड़े गए। मिली जानकारी के मुताबिक फिल्म के पोस्टर फाड़ने के बाद पथराव की भी खबर सामने आई है। बता दें कि गुरुवार को जेएनयू में विक्रांत मैसी, राशि खन्ना और रिद्धि डोगरा की फिल्म 'द साबरमती रिपोर्ट' की स्क्रीनिंग हो रही थी।
इस मामले पर एबीवीपी जेएनयू ने भी आधिकारिक बयान जारी किया और जेएनयू के साबरमती ढाबा में द साबरमती रिपोर्ट की स्क्रीनिंग के दौरान हुए हमले की निंदा की। उनके बयान में कहा गया है, "साबरमती रिपोर्ट की स्क्रीनिंग सच्चाई को उजागर करने और हमारे देश के तथाकथित बौद्धिक अभिजात वर्ग द्वारा जानबूझकर चुप कराए गए विषयों पर चर्चा को प्रज्वलित करने की दिशा में एक कदम था।
हालांकि, यह घटना हमारे परिसर के भीतर कुछ भारत-विरोधी, हिंदू-विरोधी ताकतों की असहिष्णुता और असुरक्षा को दर्शाती है, जो धर्म, धार्मिकता और सत्य के पुनरुत्थान से डरते हैं।" फिल्म की कहानी क्या है? साबरमती रिपोर्ट एक ऐसी फिल्म है जिसने हाल ही में पूरे देश में काफी चर्चा बटोरी है। यह फिल्म 2002 के गुजरात दंगों की पृष्ठभूमि पर आधारित है और इसने एक महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दे को उठाया है। फिल्म रिलीज होने के बाद से ही विवादों में है। कुछ लोगों ने फिल्म को एकतरफा बताया है जबकि कुछ लोगों ने इसकी तारीफ की है।
वहीं, कई राज्यों ने इस फिल्म को टैक्स-फ्री घोषित कर दिया है। यह फिल्म 2002 में साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगने की घटना और उसके बाद हुए दंगों की जांच पर केंद्रित है। यह फिल्म एक पत्रकार की कहानी है जो इस घटना की सच्चाई को उजागर करने की कोशिश करता है। इसमें विक्रांत मैसी, राशि खन्ना और रिद्धि डोगरा मुख्य भूमिका में हैं। साबरमती रिपोर्ट धीरज सरना द्वारा निर्देशित और एकता कपूर की बालाजी टेलीफिल्म्स द्वारा निर्मित है।