By एकता | Mar 23, 2022
क्रोनिक किडनी डिजीज, जिसे क्रॉनिक किडनी फेल्योर के नाम से भी जाना जाता है एक गंभीर बीमारी है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति की किडनी धीरे धीरे काम करना बंद कर देती है। जैसे किडनी ब्लड को फ़िल्टर करने का काम करती है पर क्रोनिक किडनी डिजीज उसे यह काम सही ढंग से नहीं करने देती है जिसकी वजह से ब्लड ठीक तरीके से फ़िल्टर नहीं हो पाता। इसकी वजह से शरीर पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। क्रोनिक किडनी डिजीज से पीड़ित व्यक्ति को कई तरह की गंभीर समस्या झेलनी पड़ती है पर वक़्त रहते अगर इस बीमारी के लक्षणों को पहचान लिया जाए तो इस बीमारी से बचा जा सकता है। आज के अपने इस लेख में हम आपको बताएँगे कि क्रोनिक किडनी डिजीज से पीड़ित व्यक्ति के शरीर में कौन कौन से लक्षण नजर आते हैं।
क्रोनिक किडनी डिजीज होने के मुख्य कारण
विशेषज्ञों की माने तो कई स्टडीज में पाया गया है कि डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी को क्रोनिक किडनी डिजीज के दो-तिहाई मामलों के लिए जिम्मेदार है।
क्रोनिक किडनी डिजीज होने पर पीड़ित व्यक्ति में दिखने वाले लक्षण
- अगर किसी भी व्यक्ति की किडनी सही ढंग से काम नहीं करती तो उसके शरीर में ऊर्जा की कमी होने लगती है और वह पूरे दिन थका-थका महसूस करता है।
- अगर किसी व्यक्ति को किसी भी चीज पर ध्यान केंद्रित या फिर ये कहिये कि ध्यान लगाने में परेशानी हो रही है तो उसे किडनी की समस्या हो सकती है।
- जब किसी व्यक्ति की किडनी सही तरीके से काम नहीं कर पाती तो उसको भूख कम लगती है। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो जाकर अपना चेकअप करवाएं।
- जब कोई व्यक्ति क्रोनिक किडनी डिजीज से पीड़ित हो जाता है तो उसे नींद नहीं आने की समस्या या फिर रात में सोने में परेशानी होने लगती है।
- अगर किसी व्यक्ति को रात को सोते समय मांसपेशियों में ऐंठन महसूस हो रही है तो वह क्रोनिक किडनी डिजीज से पीड़ित हो सकता है।
- अगर किसी व्यक्ति की ऑंखें सुबह के समय सुजी हुई रहती है तो वह व्यक्ति क्रोनिक किडनी डिजीज से पीड़ित हो सकता है।
- जब कोई व्यक्ति क्रोनिक किडनी डिजीज से पीड़ित हो जाता है तो उसके पैरों और टखनों में सूजन होने लगती है।
- जिस व्यक्ति को रात के समय बार-बार पेशाब जाना पड़ रहा है वह क्रोनिक किडनी डिजीज से पीड़ित हो सकता है। लक्षण गंभीर होने से पहले डॉक्टर के पास जाकर अपना चेकअप करवाएं।