By एकता | Nov 12, 2025
एक अच्छे रिश्ते के लिए, अपने साथी के साथ अपने दिल की बात साझा करना जरूरी है, और साथ ही यह समझना भी उतना ही जरूरी है कि आपका साथी क्या कह रहा है। लेकिन कई बार, लोग कहना कुछ चाहते हैं, लेकिन कह कुछ और ही देते हैं। ऐसा आमतौर पर अपने साथी को ठेस पहुंचाने के डर से होता है। कई लोग अपने साथी को ठेस पहुंचाने से इतना डरते हैं कि वे उन बातों को अपने दिल में दबा लेते हैं जो उन्हें परेशान कर रही हैं। अनकहे विचार समय के साथ दिल और दिमाग में जड़ें जमा लेते हैं, जिससे रिश्ते में खटास पैदा हो सकती है। इसलिए, खुलकर अपने साथी के साथ अपनी भावनाएं साझा करें। अगर आपको समझ नहीं आ रहा है कि इन बातों को अपने साथी के साथ कैसे साझा करना है, तो हम कुछ उपयोगी सुझाव दे रहे हैं।
सही समय चुनें: हर बात करने का एक सही समय होता है। जब आपका साथी आराम में हो और किसी बात में व्यस्त न हो, तब अपनी बात शुरू करें। तनाव या झगड़े के समय बात करने से बचें।
प्यार और शांति से बात करें: अपनी बात को गुस्से या ताने के रूप में न कहें। धीरे और प्यार से अपनी बात रखें, ताकि आपका साथी आपको समझ सके, न कि खुद को दोषी महसूस करे।
'मैं' से शुरू करें, 'तुम' से नहीं: जैसे, 'मुझे ऐसा लगता है' या 'मैं थोड़ा परेशान हूं' कहें। इससे आपकी बात एक भावना के रूप में सामने आती है, शिकायत के रूप में नहीं।
साथी की बात भी ध्यान से सुनें: केवल अपनी बातें कहने से रिश्ता मजबूत नहीं होता। अपने साथी की बातें भी उतनी ही ध्यान से सुनें। इससे उन्हें महसूस होगा कि आप उनकी भावनाओं की कद्र करते हैं।
छोटे-छोटे मुद्दों को नजरअंदाज न करें: कई बार हम सोचते हैं कि ये तो छोटी सी बात है, इसे कहने की क्या जरूरत। लेकिन छोटी बातें ही बाद में बड़ी बन जाती हैं। इसलिए जब भी कुछ दिल में हो, धीरे से साझा कर लें।
भरोसा बनाए रखें: रिश्ते की सबसे बड़ी ताकत भरोसा है। जब आप खुलकर बात करते हैं और अपने साथी पर विश्वास जताते हैं, तो रिश्ता और गहरा होता है।