By टीम प्रभासाक्षी | Feb 01, 2022
दुनिया में सालों तक नजर आने वाले एक आईलैंड(Island) को लेकर एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जिस आइलैंड (Island) को अभी तक गूगल मैप पर देखा जा रहा था वह सच में था ही नहीं। साल 1774 में जेम्स कुक नाम के शख्स ने सबसे पहले इस आईलैंड को खोजने का दावा किया था और इसी के बाद इसे सैंडी आईलैंड नाम दिया गया। कहा जाता है कि ये प्रशांत महासागर (Pacific Ocean) के बीच में है।
इस आइलैंड के रहस्यमई होने के कारण इसे प्रेत द्वीप भी कहा जाने लगा। हालांकि जब शोधकर्ताओं ने इस आइलैंड की सच्चाई बताई, तो लोगों के होश उड़ गए। एक वक्त में तो गूगल मैप पर भी यह आईलैंड दिखाई देता था। लेकिन बाद में जब रिसर्चर्स ने खुलासा किया कि यह आईलैंड नहीं है गूगल द्वारा भी इसे हटा दिया गया।
साल 1774 में जेम्स कुक ने इस आईलैंड को खोजा था। सैंडी आईलैंड (Sandy Island) ऑस्ट्रेलिया में समुद्र तट पर स्थित था। जेम्स कुक को लगा कि यह आईलैंड लगभग 22 किलोमीटर लंबा और 5 किलोमीटर चौड़ा था। वेलोसिटी नाम के शिप की तरफ से 1876 में भी ये दावा किया गया कि सैंडी आईलैंड था।
सबसे बड़ी बात यह है कि ब्रिटेन और जर्मनी ने 19वीं सदी के मानचित्रो में भी आईलैंड के होने का दावा किया था। हालांकि बाद में कई लोगों की ओर से इस आइलैंड के होने को लेकर आशंका भी जताई गई थी। फ्रेंच हाइड्रोग्राफिक सर्विस की तरफ से 1979 में इस आईलैंड को समुद्री मानचित्र से हटा दिया गया था।
22 नवंबर 2012 को ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों ने पाया कि आईलैंड तो है ही नहीं। इस दौरान वैज्ञानिकों ने उस जगह समुद्र की गहराई को भी नापने की कोशिश की। इस दौरान यह भी पता चला कि गहराई भी 4300 फीट से ज्यादा नहीं थी। यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी के चीफ जियोलॉजिस्ट मरीया सेटन ने बताया था कि, कोई ना कोई गलती हुई होगी। वहीं Sandy Island: An Obtiuary नाम से एक पेपर भी प्रकाशित किया गया था जो इस बात की पुष्टि करता है कि सैंडी द्वीप नहीं था।