By एकता | Nov 17, 2025
क्या आप जानना चाहते हैं कि आपका पार्टनर आपसे कितना जुड़ा हुआ है और आप पर कितना ध्यान देता है? इसके लिए आप टिकटॉक पर वायरल हो रहे एक मजेदार ट्रेंड का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसे 'मैंने आज एक चिड़िया देखी' या 'बर्ड थ्योरी' (Bird Theory) कहा जाता है। यह ट्रेंड बताता है कि कैसे आपके पार्टनर का एक छोटी-सी बात पर जवाब आपके रिश्ते की मजबूती का राज खोल सकता है।
'बर्ड थ्योरी' को 'बर्ड टेस्ट' भी कहते हैं। इसका मकसद यह जानना है कि आपका रिश्ता समय के साथ कितना टिकेगा।
आप किसी बहुत छोटी और मामूली चीज की तरफ इशारा करें, जैसे 'अरे! देखो, बाहर एक चिड़िया बैठी है।' अब देखें कि आपका पार्टनर कैसे प्रतिक्रिया देता है। अगर आपका पार्टनर आपकी बात सुनता है, जिज्ञासा दिखाता है, या गर्मजोशी से जवाब देता है, तो यह अच्छा संकेत है। इसका मतलब है कि वह आपको और आपकी छोटी बातों को भावनात्मक रूप से महत्व देता है।
अगर आपका पार्टनर आपकी बात को नजरअंदाज कर देता है या कोई ध्यान नहीं देता, तो यह भावनात्मक दूरी या आपकी छोटी-छोटी बातों में रुचि की कमी का संकेत हो सकता है।
भले ही यह ट्रेंड टिकटॉक पर नया हो, लेकिन यह असल में 1990 के दशक की शुरुआत में शुरू हुआ था। डॉ. जॉन गॉटमैन ने रिसर्च की थी कि एक मजबूत रिश्ता कैसे बनता है। उन्होंने पाया कि जो जोड़े छह साल बाद भी साथ थे, वे एक-दूसरे पर पूरा ध्यान देते थे। वे हर बात सुनते थे, चाहे विषय कितना भी छोटा क्यों न हो, और बातचीत में सक्रिय रूप से शामिल होते थे। सफल रिश्तों का राज था 'एक-दूसरे की पुकार पर ध्यान देना'।
2023 में टिकटॉक पर आने के बाद, यह 'बर्ड टेस्ट थ्योरी' दुनिया भर में मशहूर हो गई। हजारों वीडियो और रील्स में कपल इस टेस्ट को करके अपने पार्टनर को 'आजमा' रहे हैं।
रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स का कहना है कि आपको इस टेस्ट को अपने रिश्ते का अकेला और आखिरी फैसला नहीं मानना चाहिए। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि एक बार की प्रतिक्रिया से रिश्ते की सेहत तय नहीं होती। हर किसी का कभी-कभी ध्यान भटक सकता है या बुरा दिन हो सकता है।
एक्सपर्ट कहते हैं कि अगर आपका पार्टनर ज्यादातर समय प्यार और जिज्ञासा से जवाब देता है, तो यह अच्छा है। लेकिन अगर समय के साथ लापरवाही एक आदत बन जाती है, तो यह चिंता की बात हो सकती है।
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि अगर आपका पार्टनर इस टेस्ट में 'फेल' भी हो जाता है, तो रिश्ता खत्म करने के बजाय इसे बातचीत शुरू करने का मौका मानें। आप उन्हें बता सकते हैं कि उनके जवाब से आपको कैसा महसूस हुआ। याद रखें, जैसा कि एक साइकोथेरेपिस्ट ने कहा है, 'हम इंसान हैं, और हम कभी-कभी ध्यान देना भूल जाते हैं।' इसलिए इस टेस्ट को ज्यादा गंभीरता से न लें।