नींद लाने के नुस्खे (व्यंग्य)

By संतोष उत्सुक | Feb 18, 2025

नकली बुद्धि का युग है लेकिन जब नींद चाहिए तो असली ही चाहिए। नींद तो बड़ी साहिबा की तरह है आराम से आती नहीं। बड़े जतन किए जाते हैं। सलाहों में तकनीक की अति हो गई है। एक से एक माहिर उपलब्ध हैं। उधर नींद को देख लो, रिक्शा वाला थककर गंदे नाले के पड़ोस में रिक्शा पर सुस्ताते हुए रिक्शा पर टेढ़ा हो जाता है। मेहनत से आई थकान उसे नींद की आगोश में ले जाती है।  


अच्छी नींद के रहस्य बताने वाले भी खूब समझाते हैं। विदेशी सलाहकारों के फार्मूले मज़ेदार हैं। उन्होंने अपने अपने दिलचस्प फार्मूले बताए हैं। शराब का रसीला आनंद पीने वालों को कहा गया है कि उन्हें सोने से तीन घंटे पहले शराब का सेवन बंद कर देना चाहिए। सोने से दो घंटे पहले भोजन कर लिया करें और सोने से एक घंटा पहले दूसरे तरल भी बंद कर दें। शर्तिया कह रहे कि ऐसा करने से बारह महीने बढ़िया नींद आएगी। हमारे यहां भी उनके टोटके बताए जा रहे हैं। उन्हें क्या पता, हमारे यहां पीने, पीने और पीने का कार्यक्रम लम्बा चलता है। इस बीच  झगड़ा हो जाए तो और खिंच जाता है। बाक़ी सब लोग खाना खा चुके होते हैं। शराब वालों को कहा जाता है, खा लो, तो वे जैसे कैसे निबटाते हैं क्यूंकि तब तक काफी लेट हो चुके होते हैं लेकिन ये बंदे खर्राटे मार कर सोते हैं। बिना शराब पिए बढ़िया नींद नहीं ले पाते। 

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एक और समझदार ने सुझाया कि सोने से तीन घंटे पहले खाना खा लें, सोने से एक घंटा पहले फोन छोड़ दें। जिन्हें खाना खाकर, बिस्तर पर अधलेटा हो, फोन देखते देखते बढ़िया नींद आती रही हो उन्हें ऐसा करने की क्या ज़रूरत है। नींद आने के रास्ते में सही खानपान का बड़ा रोल बताया जा रहा है। कुछ नींद विशेषज्ञ कहते हैं कि जो व्यस्क सुबह टार्ट चेरी जूस पीते हैं उन्हें नींद की दवा का सेवन करने वालों से बेहतर नींद आती है। सोने से दो घंटे पहले लगभग ढाई सौ ग्राम कच्चे मांस की स्टिक्स और टमाटर, सोने से एक घंटा पहले दो किवी फल और पूरे दिन में एक तिहाई कप अखरोट खाना अच्छी नींद लाने में सहायक हो सकता है। चावल, जई, क्रैनबेरी, सूरजमुखी बीज, बादाम, पिस्ता और मशरूम भी नींद में मदद कर सकते हैं। इन्हें पता नहीं कि नींद की गोली खाना, सस्ता, कम परिश्रम वाला और ज्यादा आरामदायक उपाय है।  


लगता है नींद लाने के लिए इनके पास बढ़िया तरीके नहीं हैं। हमारे पास हैं। जैसे अगले चुनाव में मुफ्त में लाभ देने वाली योजनाएं बताकर, जातपात, सम्प्रदाय, धर्म, क्षेत्रवाद से सम्बंधित मधुर गीत सुनाकर वोटरों को रिझाकर सुलाए रखें ताकि वे पांच साल तक सोते रहें । इससे सफल फार्मूला क्या हो सकता है।


- संतोष उत्सुक

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