आदिवासी मामलों और गृह मंत्रालय आरटीआई आवेदन खारिज करने में अग्रणी

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 22, 2019

नयी दिल्ली। लोगों द्वारा सूचना प्राप्त करने के लिये आरटीआई के तहत दायर आवेदनों को खारिज करने में आदिवासी मामलों और गृह मंत्रालय के तहत आने वाले विभाग अग्रणी रहे हैं । संसद में पेश केंद्रीय सूचना आयोग की वार्षिक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।

इसे भी पढ़ें: भारत की एक और कामयाबी, अग्नि-2 मिसाइल का पहला रात्रि परीक्षण सफल

संसद के दोनों सदनों में पेश रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2018..19 में आरटीआई के तहत 13.70 लाख आवेदन प्राप्त हुए जिसमें से 64,334 आवेदन खारिज कर दिये गए जो कुल आवेदन का 4.70 प्रतिशत है। इसमें कहा गया है कि केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों को प्राप्त आवेदन की संख्या में पिछले वर्ष 1.36 लाख की वृद्धि दर्ज की गई जो वर्ष 2017..18 की तुलना में 11 प्रतिशत अधिक है। शुक्रवार को रिपोर्ट के हवाले से कार्मिक मंत्रालय के बयान के अनुसार, आदिवासी मामलों के मंत्रालय की ओर से 26.54 प्रतिशत आरटीआई आवेदन रद्द किये जाने की रिपोर्ट है जबकि गृह मंत्रालय की ओर से 16.41 प्रतिशत आवेदन रद्द करने की रिपोर्ट है। 

प्रमुख खबरें

SRH vs LSG: लखनऊ के खिलाफ सनराइजर्स हैदराबाद ने 58 गेंदों में चेज किया 166 रनों का टारगेट, ट्रेविस हेड और अभिषेक शर्मा की बेहतरीन पारी

Aurangabad और Osmanabad का नाम बदलने पर अदालत के फैसले का मुख्यमंत्री Shinde ने किया स्वागत

तीन साल में पहली बार घरेलू प्रतियोगिता में भाग लेंगे Neeraj Chopra, Bhubaneswar में होगा आयोजन

Israel ने Gaza में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए एक अहम क्रॉसिंग को फिर से खोला