By अभिनय आकाश | Jun 19, 2025
ईरान पर ट्रंप का बहुत बड़ा बयान सामने आया है। ट्रंप ने कहा है कि मैं परमाणु ठिकानों पर हमला कर भी सकता हूं, नहीं भी कर सकता हूं। ईरान को पहले हमारे साथ बातचीत करनी चाहिए थी। ट्रंप ने फिर कहा है कि ईरान बिना शर्त आत्मसमर्पण कर दे। खामनेई की धमकी पर ट्रंप ने कहा है कि ईरान को गुडलक। ट्रंप ने साफ कहा है कि ईरान के खात्मे का वक्त दिन हम मुकर्रर करेंगे। अमेरिका के एयर क्रॉफ्ट करियर और रिफ्यूलिंग टैंक मीडिल ईस्ट में शिफ्ट किए जा रहे हैं। तीन दर्जन एयर रिफ्यूलिंग विमान यूरोप भेजे गए हैं। व्हाइट हाउस से अफसरों ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि हमले की तैयारी तो हो चुकी है। दो एयरक्रॉफ्ट करियर खाड़ी की ओर रवाना कर दिए गए है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट कर रहा है कि उधर ईरान भी पूरी तैयारी में है।
वहीं इजरायल और ईरान के युद्ध में उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह की एंट्री होने वाली है। किम जोंग उन ने ऐलान कर दिया है कि वो ईरान का साथ देगा। इसका सीधा सा मतलब है कि ईरान के पाले में भी अब एटम बम आने वाला है। उत्तर कोरिया का सनकी तानाशाह पहली बार जंग में एंट्री लेने वाला है। नार्थ कोरिया के डिक्टेटर किम ने पहली बार जंग लड़ने का ऐलान कर दिया है। इजरायल युद्ध के बीच सनकी किम ने ऐसा फैसला लिया जो इस लड़ाई को एटमी जंग की तरफ धकेल सकता है। इजरायल ईरान जंग के छठवें दिन उत्तर कोरिया के तानाशाह ने बयान देकर वर्ल्ड वॉर कि चिंगारी को और भड़का दिया है क्योंकि इस लड़ाई में किम भी अब ईरान के साथ मिलकर इजरायल और अमेरिका का मुकाबला करने के लिए आ रहा है।
किम जोंग उन ने बयान दिया है कि इस लड़ाई में ईरान अकेला नहीं है। नॉर्थ कोरिया पूरी तरह से ईरान के साथ है। उत्तर कोरिया ने ईरान पर इजरायल के हवाई हमलों की निंदा की है और इसे एक घृणित आक्रामक कार्रवाई बताया है। सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका और पश्चिम द्वारा समर्थित इजरायल, इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष के बीच पश्चिम एशिया में शांति के लिए एक बड़ा खतरा है। योनहाप आउटलेट द्वारा उद्धृत केसीएनए द्वारा दिए गए एक बयान में, उत्तर कोरिया ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और पश्चिम द्वारा समर्थित इजरायल, पश्चिम एशिया में शांति के लिए खतरा पैदा करने वाली एक "कैंसर जैसी" इकाई है।
इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष आज अपने सातवें दिन में प्रवेश कर गया। किम के इस बयान का मतलब है कि मिडिल ईस्ट में महायुद्ध का टिग्रर दबने वाला है और एटमी धमाके का अलार्म बजने वाला है। उत्तर कोरिया की यह टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणियों के बीच आई है, जिन्होंने कहा कि तेहरान के साथ उनका "धैर्य पहले ही खत्म हो चुका है"। ट्रंप ने बुधवार दोपहर को अमेरिकी विकल्पों पर चर्चा करने के लिए "सिचुएशन रूम" की बैठक की।
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