By अभिनय आकाश | Dec 10, 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत का नाम लेकर एक ऐसा बयान दे दिया है जिसने वाशिंगटन से लेकर नई दिल्ली तक हलचल मचा दी है। रूस के राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे के बाद इस्लामाबाद और वाशिंगटन दोनों जगहों पर बेचैनी साफ दिखाई दी और अब ट्रंप का ताजा बयान पुतिन और मोदी को एक साथ देखकर उनकी बढ़ती बौखलाहट को एक बार फिर साफ दिखा रहा है। ट्रंप ने पहले ही भारत पर 50% तक टेरिफ लगाकर दबाव बनाने की कोशिश की। लेकिन जब यह दांव असरदार नहीं हुआ तो अब ट्रंप की नई चाल और नया बयान सामने आ गया। अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत को अमेरिकी बाजार में चावल 'डंप' करना (सस्ते दामों पर बेचना) नहीं चाहिए। साथ ही यह भी कहा कि वह इस मामले से निपट लेंगे। ट्रंप ने चेतावनी दी कि टैरिफ लगाकर इस समस्या का आसानी से हल निकल जाएगा।
दरअसल, ट्रंप ने वाइट हाउस में अपने कैबिनेट के प्रमुख सदस्यों खासकर वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट और कृषि मंत्री ब्रूक रोलिन्स के साथ एक गोलमेज मीटिंग की। उसमें कृषि क्षेत्र के प्रतिनिधि भी शामिल थे। ट्रंप ने किसानों के लिए 12 अरब डॉलर की सहायता की घोषणा की। लुइसियाना में अपने परिवार के कृषि कारोबार 'केनेडी राइस मिल' का संचालन करने वाली मेरिल केनेडी ने ट्रंप से कहा कि देश के दक्षिणी हिस्से में चावल उत्पादक संघर्ष कर रहे हैं और अन्य देश अमेरिकी बाजार में चावल डंप कर रहे हैं यानी बेहद सस्ते दामों पर चावल बेच रहे हैं। जब ट्रंप ने पूछा कि कौन से देश अमेरिका में चावल सस्ते दामों पर बेच रहे हैं तो राष्ट्रपति के बगल में बैठीं केनेडी ने जवाब दिया, 'भारत और थाईलैंड।
जिसके बाद ट्रंप ने बात करते हुए यह तक कह डाला कि अमेरिका भारत से आने वाले चावल और कनाडा से आने वाली खाद पर एक्स्ट्रा टेरिफ लगाने पर विचार कर रहा है। ट्रंप ने आगे यह भी कहा कि भारत, वियतनाम और थाईलैंड जैसे देश अमेरिका में बहुत ज्यादा सस्ता चावल बेच रहे हैं। जिससे यहां के किसानों की कमाई कम हो रही है। ट्रंप ने इसे डंपिंग बताया और कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए। ट्रंप ने अपने वित्त मंत्री से पूछा कि क्या भारत को चावल के मामले में किसी तरह की छूट मिली हुई है? इस पर मंत्री ने बताया कि दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते पर अभी बातचीत चल रही है।
आपको बता दें कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा चावल निर्यातक देश है। सस्ते घरेलू चावल और बड़े भंडार की वजह से भारत दुनिया भर में लगभग 40% चावल एक्सपोर्ट करता है। वित्त वर्ष साल 2022-23 में भारत का कुल चावल निर्यात लगभग 15 मिलियन टन तक पहुंच गया था। वर्ल्ड बैंक के मुताबिक 2023 में भारत ने अमेरिका को लगभग 2 लाख टन चावल एक्सपोर्ट किया था। 2023 में पश्चिम अफ्रीकी देश गैर बासमती चावल के सबसे बड़े खरीदार थे। जबकि बासमती चावल के सबसे बड़े खरीददार मिडिल ईस्ट के देश सऊदी अरब, ईरान और इराक थे।