By अभिनय आकाश | May 20, 2025
अमेरिका में पॉर्न कंटेंट को लेकर एक बेहद सख्त कानून बना है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ उनकी पत्नी मेलानिया भी मौजूद थीं। जब उन्होंने टेक इट डाउन एक्ट पर हस्ताक्षर किए, जो बिना सहमति के अंतरंग छवियों और डीपफेक के प्रसार को अपराध घोषित करेगा। खास बात यह है कि संसद में न होने के बावजूद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ने भी इस पर हस्ताक्षर किए हैं। कुछ घंटे पहले जब मेलानिया ने इस पर साइन किए तब ट्रंप ने व्हाइट हाउस परिसर में खड़े होकर डॉक्यूमेंट सबको दिखाया। व्हाइट हाउस द्वारा जारी फुटेज में व्हाइट हाउस रोज गार्डन में हस्ताक्षर समारोह दिखाया गया है।
कानून का मतलब है कि किसी की सहमति के बिना उसकी अंतरंग तस्वीरें वितरित करने वालों को आपराधिक दंड का सामना करना पड़ेगा। यह भी अनिवार्य करता है कि सोशल मीडिया कंपनियाँ संकेत मिलने पर ऐसी सामग्री हटा दें। मेलानिया ट्रम्प ने अपने भाषण में कहा कि आज, टेक इट डाउन एक्ट के माध्यम से, हम पुष्टि करते हैं कि हमारे बच्चों की भलाई हमारे परिवारों और अमेरिका के भविष्य के लिए केंद्रीय है।
टेक इट डाउन एक्ट क्या है
टेक इट डाउन एक्ट ऑनलाइन यौन शोषण से निपटने के लिए राष्ट्रव्यापी मानक और प्रवर्तन तंत्र बनाता है। जानबूझकर यौन रूप से स्पष्ट छवियों या वीडियो को प्रकाशित करना या प्रकाशित करने की धमकी देना संघीय अपराध बनाता है, चाहे वह वास्तविक हो या AI-जनरेटेड, बिना सहमति के। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके बनाई गई स्पष्ट सामग्री को कवर करता है, जो पिछले कानूनों से आगे बढ़कर केवल बाल शोषण को लक्षित करता है। संघीय व्यापार आयोग (FTC) द्वारा लागू किए जाने वाले पीड़ित के अनुरोध के 48 घंटों के भीतर आपत्तिजनक सामग्री को हटाने के लिए वेबसाइटों और तकनीकी प्लेटफ़ॉर्म की आवश्यकता होती है। अपराधियों को जेल की सजा, जुर्माना और पीड़ितों को अनिवार्य प्रतिपूर्ति सहित आपराधिक दंड का सामना करना पड़ता है। यह विधेयक सदन में 409-2 वोट और सीनेट में सर्वसम्मति से भारी समर्थन के साथ पारित हुआ। मेटा, टिकटॉक और गूगल जैसी टेक कंपनियों के साथ-साथ 100 से अधिक वकालत करने वाले संगठनों ने कानून का समर्थन किया।
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