मीडिया नहीं बल्कि फेक न्यूज मीडिया लोगों का दुश्मन: ट्रंप

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 30, 2018

वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को यह आरोप लगाते हुये एकबार फिर मीडिया पर निशाना साधा है कि "फर्जी समाचार मीडिया" पर उनके ट्वीट की गलत व्याख्या की गई और इसे "जानबूझकर गलत तरीके से" रिपोर्ट किया गया। देर रात किये गए ट्वीट में ट्रम्प ने मीडिया संगठन सीएनएन को विशेष रूप से निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, ‘‘फर्जी खबरों के व्यापार में संलिप्त सीएनएन और कुछ अन्य मीडिया संगठनों ने जानबूझकर और गलत तरीके से मेरे बयान को रिपोर्ट किया कि मैंने कहा था कि 'मीडिया लोगों का दुश्मन है'। गलत! बल्कि मैंने यह कहा था कि 'फर्जी समाचार (मीडिया) लोगों का दुश्मन है, दोनों में काफी अंतर है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब आप झूठी सूचना देते हैं - यह अच्छा नहीं है।’’ट्रम्प ने ट्विटर पर अपने साढ़े पांच करोड़ से ज्यादा समर्थकों से पिछले दो दिनों में इस संबंध में किये गये उनके ट्वीटों को पढ़ने के लिए कहा। 

 

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दो दिनों के ट्वीट को देखें। लोगों के दुश्मन का जिक्र करते समय मैंने फेक न्यूज मीडिया का उल्लेख किया था, लेकिन बेईमान रिपोर्टरों ने मेरे बयान को पेश करते वक्त केवल 'मीडिया' शब्द का इस्तेमाल किया।’’ट्रम्प ने ट्वीट किया, ‘‘हमारे महान देश के लोग इतनी सारे फर्जी खबरें मिलने से नाराज और निराश हैं। उन्हें यह पता है और इसे पूरी तरह से समझते भी हैं।’’ गौरतलब है कि एक दिन पहले दैनिक प्रेस सम्मेलन में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने जोर देकर कहा था कि राष्ट्रपति मीडिया के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि उन पत्रकारों और मीडिया संगठनों के खिलाफ हैं, जो "गलत" और "कपटपूर्ण" रिपोर्टिंग में संलिप्त हैं। राष्ट्रपति ने समस्त मीडिया के बारे में ऐसा नहीं कहा है।’’ गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश में घृणा का माहौल बनाने का जिम्मेदार मीडिया की ‘फर्जी तथा गलत’ रिपोर्टिंग को ठहराया था और कहा था कि इसके लिए उनका प्रशासन अथवा रिपब्लिकन पार्टी जिम्मेदार नहीं है। ट्रंप ने रविवार देर रात की ट्वीट में कहा था, ‘‘हमारे देश में लंबे समय से चले आ रहे मतभेद और घृणा के लिए रिपब्लिकन, कंजर्वेटिव और मुझे जिम्मेदार ठहराने के लिए फर्जी खबरें हर कोशिश कर रही है।

 

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था, ‘‘वास्तव में यह उनकी फर्जी और गलत रिपोर्टिंग है जो ऐसी समस्याएं पैदा कर रही है जिन्हें वह समझ ही नहीं सकते।’’गौरतलब है कि मुख्यधारा के मीडिया का एक बड़ा वर्ग ट्रंप के बयानों को देश में विभाजन का माहौल बनाने का जिम्मेदार ठहरा रहा है। मीडिया का कहना है कि इससे घृणा अपराध बढ़ रहे हैं जैसे कि पिट्सबर्ग में यहूदी प्रार्थनास्थल में हाल ही में हुई गोलीबारी की घटना जिसमें 11 लोग मारे गए थे। इसके अलावा पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा सहित पूर्व तथा वर्तमान उच्च अधिकारियों को 13 मेल बम भेजना।

 

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