By अभिनय आकाश | Dec 22, 2025
तुर्की अपना एमआईएल जीईएमपीएनएस खेबर युद्ध पोत अचानक पाकिस्तान को सौंप रहा है। भारत ने तुर्की की उसकी सबसे खराब समय में मदद की और आज की तारीख में वही देश भारत के खिलाफ मैदान में उतर आया है और लगातार भारत के दुश्मन देश पाकिस्तान के साथ मिलकर भारत के खिलाफ साजिश रच रहा है और पाकिस्तान को हथियारों की मदद कर रहा है जिससे वह भारत के साथ जंग लड़ सके और भारत को बर्बाद कर सके। दरअसल तुर्की ने बांग्लादेश और पाकिस्तान के साथ हाथ मिला लिया है भारत को टारगेट करने के लिए। हाल ही के दिनों में दिल्ली ब्लास्ट में भी तुर्की का नाम सामने आया था। मगर अब खबरें सामने आई हैं कि तुर्की ने पाकिस्तान के वर्षों पुराने सपने को पूरा कर दिया है।
रिपोर्ट्स में कहा गया कि पीएन एमआईएलजीईएम प्रोजेक्ट के तहत तुर्की में पाकिस्तानी नौसेना के लिए बने युद्धपोथ के सफलतापूर्वक लाइव फायर टेस्ट पूरे कर लिए गए हैं। दावा किया गया है कि इस लाइव फायरिंग टेस्ट में उच्च स्तर की तकनीकी क्षमता, सिस्टम इंटीग्रेशन, ऑपरेशनल विश्वसनीयता पर प्रदर्शन हुआ है। एजेंसी ने बताया कि इस यूथपोथ को पाकिस्तान के लिए खासतौर पर डिजाइन किया गया है। पीएनएमआईएलजीईएम प्रोजेक्ट के तहत तुर्की पाकिस्तान के लिए चार यूथपोत बना रहा है। जिनमें से दूसरे युद्धपोत पीएनएस खेबर ने हालिया परीक्षणों के दौरान समुद्र से जमीन पर हवा और दोनों ही लक्ष्यों पर सटीक निशाना साधा।
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने प्रौद्योगिकी हस्तांतरण समझौते के तहत चार मिलगेम श्रेणी के जहाजों के निर्माण के लिए 2018 में तुर्की के साथ एक समझौता किया था। समझौते के अनुसार, दो जहाजों का निर्माण तुर्की में होना था, जबकि शेष दो का निर्माण पाकिस्तान में हो रहा है। एर्दोगन ने इस जहाज की सराहना करते हुए इसे तुर्की के लिए गर्व का स्रोत बताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को दो युद्धपोत सौंपने का काम पूरा हो गया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, सितंबर 2018 में हमने पाकिस्तानी नौसेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए 4 मिलगेम जहाजों के निर्माण अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे। हमने पहला जहाज, पीएनएस बाबर, 24 मई 2024 को पाकिस्तान को सौंप दिया। आज, हमने पीएनएस हेबर की डिलीवरी भी पूरी कर ली है, जिसने सभी परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं।
तुर्की, पाकिस्तान का एक प्रमुख सहयोगी देश है, जिसके साथ आर्थिक, सैन्य और तकनीकी क्षेत्रों में सहयोग है। युद्धपोतों के अलावा, पाकिस्तान ने तुर्की से 30 ATAK हमलावर हेलीकॉप्टरों का ऑर्डर दिया है। जम्मू और कश्मीर के मुद्दे पर एर्दोगन लगातार पाकिस्तान के रुख का समर्थन करते रहे हैं और पाकिस्तान द्वारा इस क्षेत्र के कुछ हिस्सों पर अवैध कब्जा करने के बावजूद इस्लामाबाद का साथ देते रहे हैं। 22 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद और भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को निशाना बनाकर चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी अंकारा ने पाकिस्तान को समर्थन दिया है।